बाजार की तैयारी और खुलावट
इस वर्ष, भारत के शेयर बाजार ने दिवाली के मौके पर कुछ अलग तैयारी दिखाई है। सामान्य ट्रेडिंग से एक दिन बाद अर्थात 21 अक्टूबर 2025 को National Stock Exchange (NSE) व Bombay Stock Exchange (BSE) में विशेष मुहूर्त ट्रेडिंग सत्र आयोजित होगा, जबकि दिवाली का त्योहार 20 अक्टूबर को मनाया जा रहा है।
इस सत्र के दौरान ट्रेडिंग केवल एक घंटे (1:45 PM–2:45 PM) के लिए खुली होगी, जिसमें पूर्व-ओपन सत्र 1:30 PM–1:45 PM के बीच होगा।
इस तरह, ट्रेडर्स और निवेशकों को इस एक-घंटे में विशेष तरीके से भाग लेने का अवसर मिलेगा — जिसे शुभ मुहूर्त माना जाता है।
आज के ट्रेडिंग सत्र में, दिवाली के उत्साह और निवेशकों के उत्साह के चलते बाजार ने हल्की तेजी दिखाई, एनएसई और बीएसई दोनों ही लक्षणीय रूप से ऊपर बंद हुए।
टॉप गेनर्स और लूज़र्स क्या रहे?
आज की ट्रेडिंग के मुख्य गेनर्स में … हालांकि, मुहूर्त ट्रेडिंग निर्णय कल ही होगा, लेकिन पूर्व-सत्र में निम्नलिखित प्रवृत्तियाँ देखने को मिलीं:
औटो सेक्टर में तेजी: ट्रैडिंग से पहले विश्लेषकों ने कहा कि ऑटो सेक्टर, विशेषकर Ashok Leyland, बुलिश सेटअप में है।
बैंकिंग व फाइनेंशियल स्टॉक्स ने भी अच्छा प्रदर्शन किया — ये उस भरोसे को दर्शाते हैं जो निवेशकों में त्योहार के समय मौजूद है।
लूज़र्स के बीच IT व ग्लोबल एक्सपोर्ट-आधारित कंपनियों के शेयर थे, जहाँ वैश्विक मांग की अनिश्चितता ने दबाव डाला।
इस प्रकार, गेनर्स में ऑटो व बैंकिंग प्रमुख रहे और कुछ सेक्टरों ने शान्त लय दिखाई — यही लक्षण कल के मुहूर्त सत्र को प्रभावित कर सकते हैं।
सेक्टर-वार प्रदर्शन (IT, बैंकिंग, फार्मा आदि)
आज के सत्र में बैंकिंग सेक्टर पूरी तरह से मुखर रहा। बैंकिंग इंडेक्स ने बढ़त दिखाई और इस तरह निवेशकों का झुकाव इस दिशा में बढ़ा।
वहीं, आईटी सेक्टर ने अपेक्षित प्रदर्शन नहीं दिया — वैश्विक क्लाइंट डिमांड में कमी और अनुबंध-विरोधी संकेतों ने मोर्चा कसा।
फार्मा व हेल्थकेयर सेक्टर में कुछ सकारात्मकता देखने को मिली — मुख्य रूप से निर्यात व घरेलू मांग में उम्मीद के कारण।
उल्लेखनीय है कि मुहूर्त ट्रेडिंग के दौरान मिडकैप व स्मॉलकैप में भी हल्की सक्रियता नजर आ सकती है, क्योंकि निवेशक त्योहार के समय “शुभ प्रवेश” की प्रतीक्षा में हैं।
विशेषज्ञों की राय: कल-का रुख क्या होगा?
विश्लेषकों का कहना है कि मुहूर्त ट्रेडिंग क्रिया में बाज़ार का मनोवृत्तिगत पक्ष ज्यादा काम करेगा — निवेशक उत्साह से प्रेरित होकर संयोजन व रणनीति बना सकते हैं।
विश्लेषक बताते हैं कि Nifty 25,600–25,700 के स्तर से ऊपर बनी हुई है और 26,000–26,500 की ओर रुझान देखना संभव है।
हालाँकि, ग्रह-वैश्विक संकेत, विदेशी निवेश प्रवाह और त्योहार बाद की रिकवरी इस रुझान को प्रभावित कर सकते हैं।
विशेष रूप से, मुहूर्त सत्र में “लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट” के दृष्टिकोण से भाग लेने की सलाह दी जा रही है —
“शेयर खरीदें, लेकिन सिर्फ नाम के लिए नहीं; सोच-समझकर और वार्षिक दृष्टि से।”
यही कारण है कि आज का सत्र सिर्फ आगे का संकेत नहीं, बल्कि इस वित्तीय वर्ष की शुरुआत का प्रतीक बन गया है।


