Market Wrap: सेंसेक्स 401 अंक टूटा, निफ्टी 26,100 के नीचे—रिकॉर्ड स्तरों पर प्रॉफिट-बुकिंग से बाजार फिसला

रिकॉर्ड हाई पर ब्रेक—प्रॉफिट-बुकिंग से सेंसेक्स-निफ्टी ने ली करवट

Dev
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वैश्विक संकेतों और प्रॉफिट-बुकिंग के दबाव में भारतीय शेयर बाजार लाल निशान में बंद।सेंसेक्स गिरावट

Market Wrap: सेंसेक्स 401 अंक टूटा, निफ्टी 26,100 के नीचे—रिकॉर्ड ऊंचाइयों पर प्रॉफिट-बुकिंग हावी

शुक्रवार का कारोबारी सत्र भारतीय शेयर बाजार के लिए कमजोरी लेकर आया। लगातार कई दिनों की तेजी और रिकॉर्ड हाई के करीब पहुंच चुके इंडेक्सों पर आखिरकार प्रॉफिट-बुकिंग का दबाव दिखा। सेंसेक्स 401 अंकों तक गिर गया, जबकि निफ्टी 26,100 के स्तर से नीचे फिसल गया। यह गिरावट एक तरफ घरेलू निवेशकों की सतर्क रणनीति को दर्शाती है, तो दूसरी ओर वैश्विक बाजारों में आई बिकवाली भी इसका कारण रही।

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कारोबार के दौरान बैंकिंग सेक्टर विशेष रूप से कमजोर रहा। ICICI Bank और HDFC Bank जैसे दिग्गज शेयरों में बिक्री का जोर रहा, जिससे इंडेक्स पर दबाव और बढ़ गया। इसके अलावा, अमेरिका से आए जॉब डेटा ने भी निवेशकों की धारणा पर असर डाला और फेडरल रिज़र्व की ब्याज दर नीति को लेकर अनिश्चितता बढ़ा दी।

क्या हुआ बाजार में—शुरुआत से ही दबाव में रहा व्यापार

शुक्रवार की सुबह से ही भारतीय बाजार कमजोर ओपनिंग के साथ शुरू हुए थे। वैश्विक बाजारों के खराब संकेतों ने शुरुआत में ही निवेशकों का रुख सतर्क बना दिया था। यूरोपीय और अमेरिकी बाजारों में बिकवाली के चलते भारतीय शेयर बाजार में भी नकारात्मक संकेतों की आगमन हुआ।

निफ्टी ने लगातार पांच दिनों से ऊपर की ओर मूवमेंट दिखाई थी, लेकिन आज की गिरावट ने इस तेजी पर ब्रेक लगा दिया। सेंसेक्स भी दो सप्ताह के उच्च स्तर से फिसल गया।

वैश्विक बिकवाली और अमेरिकी जॉब डेटा का दबाव

भारतीय बाजारों की कमजोरी सिर्फ घरेलू कारकों से नहीं आई, बल्कि वैश्विक स्तर पर भी निवेशकों की धारणा नकारात्मक रही। अमेरिका का ताज़ा Payroll Jobs Data जितनी स्पष्टता की उम्मीद थी उतनी नहीं दिखा पाया।

निवेशक यह समझ नहीं पा रहे हैं कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में रोजगार वृद्धि धीमी होगी या फिर फेडरल रिज़र्व ब्याज दर में बदलाव करेगा। यह असमंजस वैश्विक बाजारों में बिकवाली की बड़ी वजह बनी।

एशियाई मार्केट—जापान, हांगकांग और चीन—भी लाल निशान में बंद हुए, जिससे घरेलू निवेशकों का विश्वास कमजोर पड़ा।

बैंकिंग सेक्टर की मार—ICICI और HDFC Bank बने मुख्य लूजर

आज की गिरावट का सबसे बड़ा भार बैंकिंग शेयरों पर रहा।

ICICI Bank

दिन भर घाटे में रहा। इसका प्रभाव निफ्टी बैंक और सेंसेक्स दोनों पर नजर आया। डीलरों के मुताबिक, विदेशी निवेशकों की हल्की बिकवाली भी इसके पीछे कारण रही।

HDFC Bank

लंबे समय की स्थिरता के बाद यहां भी प्रॉफिट-बुकिंग देखी गई। बैंकिंग सेक्टर की गिरावट से बाजार में कमजोरी और गहरी हो गई।

SBI, Axis, Kotak Bank

इन शेयरों में मामूली गिरावट रही, लेकिन इन्होने ICICI और HDFC जितना दबाव नहीं बनाया।

बैंकिंग सेक्टर कुल मिलाकर आज का सबसे कमजोर प्रदर्शन करने वाला इंडेक्स रहा।

सेक्टर-वाइज परफॉर्मेंस—कौन चमका, कौन फिसला

बैंकिंग और फाइनेंशियल सर्विसेज — सबसे बड़ी गिरावट

बैंकिंग सेक्टर में तेजी के बाद बड़ी प्रॉफिट-बुकिंग देखने को मिली। Nifty Bank इंडेक्स करीब 0.8% टूटकर बंद हुआ।

IT सेक्टर — अमेरिकी संकेतों का असर

अमेरिकी आर्थिक आंकड़ों की अनिश्चितता के चलते IT शेयर दबाव में रहे। Infosys, Wipro और Tech Mahindra में गिरावट दिखी।

FMCG — सीमित बढ़त का सहारा

रक्षात्मक खरीदारी के चलते FMCG सेक्टर हरे निशान में बंद हुआ। HUL, Dabur और Britannia जैसे शेयरों ने बाजार को थोड़ा संभालने की कोशिश की।

फार्मा और ऑटो — सपाट से सकारात्मक

फार्मा में चुनिंदा शेयरों में हल्की खरीदारी देखी गई।
ऑटो सेक्टर महीने के अंत तक मांग में सुधार की उम्मीद पर सपोर्ट में रहा।

मिडकैप और स्मॉलकैप पर नहीं पड़ा ज्यादा असर

जहाँ लार्जकैप इंडेक्स गिरे, वहीं मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स ज्यादा प्रभावित नहीं हुए।
निवेशकों की रिटेल रुचि और सेक्टर-विशेष खरीदारी इन इंडेक्सों को संभाले रखी।

  • Nifty Midcap 100 हल्की बढ़त

  • Nifty Smallcap 100 लगभग फ्लैट

यह संकेत है कि व्यापक बाजार में निवेशक विश्वास अभी भी मजबूत है।

गिरावट के 5 बड़े कारण

रिकॉर्ड हाई के करीब प्रॉफिट-बुकिंग
वैश्विक बाजारों में बिकवाली
US jobs data से असमंजस
बैंकिंग शेयरों में कमजोरी
विदेशी निवेशकों (FIIs) की हल्की बिकवाली

इन सभी फैक्टर्स ने मिलकर बाजार को दबाव में ला दिया।

आने वाले दिनों में बाजार का रुख क्या होगा?

विशेषज्ञों के अनुसार, बाजार आगे भी सीमित दायरे में रह सकता है, क्योंकि निवेशक ग्लोबल डेटा का इंतजार कर रहे हैं।

Nifty के लिए मुख्य सपोर्ट:

  • 26,000

  • 25,950

Nifty के लिए मुख्य रेसिस्टेंस:

  • 26,250

  • 26,350

एक्सपर्ट कमेंट:

यदि बैंकिंग सेक्टर में मजबूती वापस आती है और विदेशी निवेशक खरीदारी बढ़ाते हैं, तो बाजार की रिकवरी संभव है।
लेकिन ग्लोबल संकेत अगले कुछ दिनों में इंडेक्स की दिशा तय करने वाले होंगे।

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