Ampere Nexus बना इतिहास – 13,200 फीट ऊंचे Shipki La Pass तक पहुंचने वाला पहला इलेक्ट्रिक स्कूटर

"सीमाओं तक पहुंची इलेक्ट्रिक क्रांति – Ampere Nexus"

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Ampere Nexus – भारत का पहला ई-स्कूटर जिसने शिपकी ला पास तक पहुंचकर इतिहास रच दिया।Greaves Electric Mobility / Ampere

भारत में इलेक्ट्रिक मोबिलिटी ने अब एक ऐसा मुकाम छू लिया है जिसकी कल्पना कुछ साल पहले तक करना भी मुश्किल था। Greaves Electric Mobility के फ्लैगशिप ई-स्कूटर Ampere Nexus ने देश के इतिहास में एक नया अध्याय जोड़ दिया है। यह स्कूटर अब Shipki La Pass (13,200 फीट) तक पहुंचने वाला भारत का पहला इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बन गया है। यह जगह भारत-चीन सीमा पर स्थित है और Line of Control (LoC) से महज 200 मीटर की दूरी पर है।

यह उपलब्धि सिर्फ एक इलेक्ट्रिक स्कूटर की तकनीकी क्षमता नहीं दर्शाती, बल्कि यह भारतीय सेना के बॉर्डर टूरिज्म इनिशिएटिव और देश की बढ़ती सस्टेनेबल मोबिलिटी की दिशा में भी एक बड़ा कदम है।

सफर की शुरुआत और चुनौतीपूर्ण राह

इस साहसिक यात्रा की शुरुआत 9 अगस्त 2025 को चंडीगढ़ से हुई। अगले तीन दिनों तक Ampere Nexus ने कुल 425 किलोमीटर का मुश्किल सफर तय किया।

रूट – चंडीगढ़ → शिमला → रेकोंग पियो → पूह → किन्नौर वैली → शिपकी ला पास।

रास्ते में खड़ी चढ़ाई, ऊबड़-खाबड़ पहाड़ी रास्ते और ऑक्सीजन की कमी जैसी चुनौतियां सामने आईं।

लेकिन, दो Ampere Nexus ई-स्कूटर्स ने इस कठिन ट्रैक को बिना किसी बड़ी परेशानी के पार कर लिया।

यह साबित करता है कि अब इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर्स केवल शहरों तक सीमित नहीं हैं, बल्कि देश की सबसे ऊंची और कठिन सड़कों पर भी अपना दमखम दिखा सकते हैं।

🇮🇳 स्वतंत्रता दिवस पर खास पल

12 अगस्त 2025 को जब यह स्कूटर शिपकी ला पहुंचा, तब वहां मौजूद भारतीय सेना के जवानों ने राइडर्स और सपोर्ट टीम का गर्मजोशी से स्वागत किया।

मौके पर 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर एक भव्य ध्वजारोहण समारोह आयोजित किया गया।

यह पल सिर्फ एक रिकॉर्ड नहीं था, बल्कि राष्ट्रीय गर्व, तकनीकी प्रगति और पर्यावरणीय जिम्मेदारी – तीनों का संगम था।

भारत की किताबों में दर्ज उपलब्धि

इस अद्भुत सफर को India Book of Records ने आधिकारिक रूप से मान्यता दी है।
रिकॉर्ड में लिखा गया –
“First Electric 2-Wheeler to Reach Shipki La Pass – यह रिकॉर्ड Ampere Nexus द्वारा स्थापित किया गया, जिसने भारतीय सेना के बॉर्डर टूरिज्म इनिशिएटिव को सपोर्ट करते हुए 9 अगस्त 2025 को चंडीगढ़ से शुरुआत की और 12 अगस्त 2025 को 13,200 फीट ऊंचाई पर स्थित शिपकी ला पास तक सफलतापूर्वक पहुंचा।”

Ampere Nexus – लगातार नए मानक

Ampere Nexus ने इससे पहले भी अपनी क्षमताओं का लोहा मनवाया है।

2024 में इसने कश्मीर से कन्याकुमारी तक का सफर तय कर सबको चौंका दिया था।

और अब शिपकी ला की ऊंचाइयों को छूकर यह एक बार फिर साबित कर चुका है कि यह स्कूटर सिर्फ शहरी राइडिंग के लिए नहीं, बल्कि देश के सबसे कठिन रास्तों के लिए भी तैयार है।

कंपनी का बयान

Vikas Singh, मैनेजिंग डायरेक्टर, Greaves Electric Mobility ने कहा –

“कश्मीर से कन्याकुमारी और अब शिपकी ला तक – Ampere Nexus वही कर रहा है जिसके लिए इसे बनाया गया था: परफॉर्मेंस, एंड्योरेंस और रिलायबिलिटी। यह उपलब्धि सिर्फ एक माइलस्टोन नहीं है, बल्कि यह दिखाती है कि भारत की इलेक्ट्रिक मोबिलिटी कितनी दूर तक पहुंच चुकी है। भारतीय सेना के बॉर्डर टूरिज्म इनिशिएटिव के साथ जुड़ना इस सफर को और भी खास बना देता है।”

क्यों है यह सफर खास?

पहला इलेक्ट्रिक स्कूटर जिसने भारत-चीन सीमा तक पहुंचने का कारनामा किया।

यह साबित करता है कि EVs अब सिर्फ सिटी कम्यूटिंग तक सीमित नहीं हैं।

भारतीय सेना के बॉर्डर टूरिज्म इनिशिएटिव को सपोर्ट करने वाला एक बड़ा कदम।

79वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्रीय गौरव और तकनीकी शक्ति का प्रतीक।

Ampere Nexus की खासियत

Ampere Nexus को खास बनाती हैं इसकी खूबियां:

स्ट्रॉन्ग और ड्यूरेबल बिल्ड क्वालिटी – कठिन पहाड़ी रास्तों पर भी टिकाऊ।

लॉन्ग-रेंज बैटरी और आसान चार्जिंग – जिससे सफर में कहीं भी परेशानी नहीं।

हाई परफॉर्मेंस मोटर – खड़ी चढ़ाईयों पर भी बिना रुके सफर करने में सक्षम।

सस्टेनेबल मोबिलिटी – पेट्रोल पर निर्भरता घटाकर क्लीन एनर्जी को बढ़ावा।

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