Anlon Healthcare IPO की लहर
भारत का फार्मास्यूटिकल सेक्टर हमेशा से निवेशकों के लिए आकर्षण का केंद्र रहा है। इस बार Anlon Healthcare Ltd. अपने ₹121.03 करोड़ के IPO के साथ चर्चा में है। यह IPO 26 अगस्त 2025 को खुलेगा और 29 अगस्त 2025 को बंद होगा। मेरे एक दोस्त, जो स्टॉक मार्केट में निवेश करता है, ने कहा, “Anlon का IPO फार्मा सेक्टर में बड़ा दांव हो सकता है, लेकिन रिस्क भी उतना ही है।” आइए, इस IPO की पूरी डिटेल्स, कंपनी की ताकत, और निवेश की संभावनाओं को समझते हैं।
Anlon Healthcare IPO: मुख्य डिटेल्स
Anlon Healthcare का IPO एक बुक-बिल्ट इश्यू है, जिसमें 1.33 करोड़ शेयरों का फ्रेश इश्यू शामिल है। यहाँ मुख्य जानकारी है:
IPO तारीख: 26 अगस्त 2025 से 29 अगस्त 2025
प्राइस बैंड: ₹86 से ₹91 प्रति शेयर
लॉट साइज: 164 शेयर (रिटेल के लिए मिनिमम ₹14,924)
इश्यू साइज: ₹121.03 करोड़
लिस्टिंग: BSE और NSE पर, 3 सितंबर 2025 (संभावित)
एलॉटमेंट: 1 सितंबर 2025 (संभावित)
रिफंड/डिमैट क्रेडिट: 2 सितंबर 2025
रिजर्वेशन: QIB (75%), NII (15%), रिटेल (10%)
रिटेल निवेशक 13 लॉट (2,132 शेयर, ₹1,94,012) तक अप्लाई कर सकते हैं। S-HNI के लिए मिनिमम 14 लॉट (2,296 शेयर, ₹2,08,936) और B-HNI के लिए 68 लॉट (11,152 शेयर, ₹10,14,832) है।
कंपनी का परिचय: Anlon Healthcare
2013 में स्थापित, Anlon Healthcare Ltd. राजकोट, गुजरात की एक केमिकल मैन्युफैक्चरिंग कंपनी है, जो फार्मास्यूटिकल इंटरमीडिएट्स और एक्टिव फार्मास्यूटिकल इंग्रेडिएंट्स (API) बनाती है। कंपनी के प्रोडक्ट्स दवाइयों, न्यूट्रास्यूटिकल्स, पर्सनल केयर, और एनिमल हेल्थ प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल होते हैं।
कंपनी का दावा है कि यह भारत में लोक्सोप्रोफेन सोडियम डाइहाइड्रेट बनाने वाली चुनिंदा कंपनियों में से है, जो गठिया, कमर दर्द, और सर्जरी के बाद के दर्द में इस्तेमाल होता है। इसके प्रोडक्ट्स IP, BP, EP, JP, और USP जैसे ग्लोबल स्टैंडर्ड्स को फॉलो करते हैं।
फाइनेंशियल परफॉर्मेंस: मजबूत ग्रोथ
Anlon Healthcare ने FY25 में शानदार प्रदर्शन किया है:
रेवेन्यू: ₹120.46 करोड़ (FY24 में ₹66.69 करोड़ से 81% ग्रोथ)
प्रॉफिट आफ्टर टैक्स (PAT): ₹20.52 करोड़ (FY24 में ₹9.66 करोड़ से 112% ग्रोथ)
EBITDA: ₹32.38 करोड़ (FY24 में ₹15.57 करोड़ से 108% ग्रोथ)
नेट वर्थ: ₹80.42 करोड़ (FY24 में ₹21.03 करोड़ से)
ROE: 25.51%
ROCE: 21.93%
P/E रेशियो: 23.57 (पोस्ट-IPO, FY25 आधारित)
हालांकि, FY24 में रेवेन्यू में गिरावट थी, क्योंकि कंपनी ने ब्राजील के रजिस्ट्रेशन के लिए 4 महीने तक प्लांट बंद रखा। मैनेजमेंट का कहना है कि हाई-मार्जिन API प्रोडक्ट्स पर फोकस ने FY25 में मुनाफा बढ़ाया।
IPO का उद्देश्य
IPO से मिलने वाली रकम का इस्तेमाल निम्नलिखित के लिए होगा:
कैपिटल एक्सपेंडिटर: ₹30.72 करोड़ (मैन्युफैक्चरिंग फैसिलिटी विस्तार)
लोन चुकौती: ₹5 करोड़
वर्किंग कैपिटल: ₹43.15 करोड़
जनरल कॉरपोरेट उद्देश्य: बाकी रकम
यह रणनीति कंपनी को प्रोडक्शन बढ़ाने और फाइनेंशियल हेल्थ सुधारने में मदद करेगी।
कंपनी की ताकत
मजबूत प्रोडक्ट पोर्टफोलियो: 65 कमर्शियल प्रोडक्ट्स, 28 पायलट स्टेज, और 49 लैब टेस्टिंग में।
ग्लोबल अप्रूवल्स: ANVISA (ब्राजील), NMPA (चीन), और PMDA (जापान) से DMF अप्रूवल। 21 DMF फाइल किए गए हैं।
क्वालिटी कंट्रोल: 4 इन-हाउस लैब्स और 34 मेंबर की टीम (24 साइंस ग्रेजुएट्स)।
एक्सपोर्ट: 15 देशों में प्रोडक्ट्स सप्लाई, जैसे जर्मनी, इटली, जापान।
रिस्क्स और चुनौतियाँ
आक्रामक प्राइसिंग: P/E रेशियो 23.57 (FY25) और 50.00 (FY24) पर कुछ एनालिस्ट्स इसे महंगा मानते हैं।
FY24 में गिरावट: रेवेन्यू में 41% की कमी थी, जो रजिस्ट्रेशन प्रोसेस के कारण हुई।
मार्केट सेंटिमेंट: ग्रे मार्केट प्रीमियम (GMP) अभी तक शून्य है, जो निवेशकों में उत्साह की कमी दर्शाता है।
कंपटीशन: Kronox Lab, AMI Organics जैसे पीयर्स के साथ तुलना में Anlon को और साबित करना होगा।
निवेशकों के लिए टिप्स
लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट: Anlon की FY25 ग्रोथ और ग्लोबल अप्रूवल्स लॉन्ग-टर्म निवेशकों के लिए आकर्षक हैं।
GMP मॉनिटर करें: लिस्टिंग से पहले ग्रे मार्केट प्रीमियम चेक करें। अभी GMP शून्य है।
सब्सक्रिप्शन ट्रेंड्स: QIB और NII की भागीदारी लिस्टिंग पर असर डालेगी।
रिस्क मैनेजमेंट: छोटे निवेशक मिनिमम लॉट (₹14,924) से शुरू करें और डायवर्सिफाई करें।