भारत में IPO मार्केट लगातार एक्टिव है और अब निवेशकों के लिए एक और बड़ा मौका आ रहा है। Jinkushal Industries Ltd. अपना IPO लेकर आ रही है, जिसकी चर्चा मार्केट में जोरों पर है। यह इश्यू सितंबर 2025 के आखिरी हफ्ते में खुलेगा और निवेशकों को इसमें अच्छा स्कोप देखने को मिल रहा है।
आइए जानते हैं जिंकुशल इंडस्ट्रीज IPO से जुड़ी पूरी डिटेल – प्राइस बैंड, लॉट साइज, बिजनेस मॉडल, फाइनेंशियल्स और ग्रे मार्केट की संभावनाओं तक सबकुछ।
जिंकुशल इंडस्ट्रीज IPO की डेट और शेड्यूल
IPO ओपन डेट: 25 सितंबर 2025 (गुरुवार)
IPO क्लोज डेट: 29 सितंबर 2025 (सोमवार)
अलॉटमेंट की तारीख: 30 सितंबर 2025 (मंगलवार)
शेयर क्रेडिट इन डिमैट: 1 अक्टूबर 2025 (बुधवार)
लिस्टिंग डेट (अनुमानित): 3 अक्टूबर 2025 (शुक्रवार)
UPI मैंडेट कन्फर्मेशन की आखिरी तारीख: 29 सितंबर 2025, शाम 5 बजे तक
प्राइस बैंड और लॉट साइज
प्राइस बैंड: ₹115 – ₹121 प्रति शेयर
फेस वैल्यू: ₹10 प्रति शेयर
लॉट साइज: 120 शेयर
रिटेल मिनिमम इन्वेस्टमेंट: ₹14,520 (1 लॉट)
रिटेल मैक्सिमम इन्वेस्टमेंट: ₹1,88,760 (13 लॉट)
sNII इन्वेस्टमेंट: 14 लॉट (₹2,03,280) से शुरू
bNII इन्वेस्टमेंट: 69 लॉट (₹10,01,880) से शुरू
IPO का स्ट्रक्चर
कुल इश्यू साइज: ₹116.15 करोड़
फ्रेश इश्यू: ₹104.54 करोड़ (86.40 लाख शेयर)
ऑफर फॉर सेल (OFS): ₹11.61 करोड़ (9.59 लाख शेयर)
इश्यू टाइप: बुक बिल्डिंग IPO
लिस्टिंग: BSE और NSE पर
प्री-इश्यू शेयरहोल्डिंग: 2.97 करोड़ शेयर
पोस्ट-इश्यू शेयरहोल्डिंग: 3.83 करोड़ शेयर
प्रमोटर्स और शेयरहोल्डिंग
कंपनी के प्रमोटर्स:
अनिल कुमार जैन
अभिनव जैन
संध्या जैन
तिथि जैन
यशस्वी जैन
प्री-इश्यू होल्डिंग: 100%
पोस्ट-इश्यू होल्डिंग: (घटेगी, सटीक प्रतिशत इक्विटी डायल्यूशन से तय होगा)
कंपनी का बिजनेस मॉडल
Jinkushal Industries Ltd. की शुरुआत 2007 में हुई थी और यह एक ग्लोबल एक्सपोर्ट ट्रेडिंग कंपनी है, जो कंस्ट्रक्शन मशीनरी सप्लाई करती है।
कंपनी के बिजनेस वर्टिकल्स:
कस्टमाइज्ड और मॉडिफाइड नई मशीनों का एक्सपोर्ट – खास क्लाइंट्स की जरूरतों के हिसाब से कस्टम मशीनें बनाना।
यूज़्ड और रिफर्बिश्ड मशीनों का एक्सपोर्ट – पुरानी मशीनों को रिपेयर और रिफर्बिश करके किफायती दामों में बेचना।
अपना ब्रांड ‘HexL’ – कंपनी खुद का ब्रांड लॉन्च कर चुकी है, जिसमें अभी बैकहो लोडर उपलब्ध हैं।
कंपनी के ग्राहक UAE, मैक्सिको, नीदरलैंड, बेल्जियम, साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया और UK जैसे 30+ देशों में फैले हुए हैं।
मार्केट प्रेजेंस और नेटवर्क
अप्रैल 2025 तक कंपनी ने 1500+ मशीनें सप्लाई कीं, जिनमें से 900 नई और 600 रिफर्बिश्ड थीं।
सिर्फ 9 महीने (मार्च–दिसंबर 2024) में ही कंपनी ने 1171 मशीनें डिलीवर कीं।
कंपनी के पास इन-हाउस रिफर्बिशमेंट फैसिलिटी है, जिसमें 48 स्किल्ड कर्मचारी काम करते हैं।
दिसंबर 2024 तक 228 सप्लायर्स (172 कॉन्ट्रैक्टर्स, 51 ट्रेडर्स और 5 मैन्युफैक्चरर्स) कंपनी के नेटवर्क में जुड़े हुए थे।
कंपनी की स्ट्रेंथ
UAE और USA में टॉप एक्सपोर्टर
रिफर्बिशमेंट और सर्कुलर इकोनॉमी में योगदान
ग्लोबल मार्केट प्रेजेंस
मजबूत सप्लाई चेन और ग्राहक भरोसा
फाइनेंशियल्स (Restated Consolidated)
जिंकुशल इंडस्ट्रीज का फाइनेंशियल परफॉर्मेंस भी निवेशकों के लिए अहम है।
अवधि | टोटल इनकम (₹ करोड़) | PAT (₹ करोड़) | EBITDA (₹ करोड़) | नेटवर्थ (₹ करोड़) | टोटल बोर्रोइंग (₹ करोड़) |
---|---|---|---|---|---|
FY 2025 | 385.81 | 19.14 | 28.60 | 86.19 | 54.82 |
FY 2024 | 242.80 | 18.64 | 27.57 | 43.07 | 46.04 |
Revenue Growth: 59% ↑
PAT Growth: 3% ↑
निवेशकों के लिए क्या खास है?
कंपनी का ग्लोबल नेटवर्क और HexL ब्रांड इसे अलग पहचान दिलाता है।
रिफर्बिश्ड मशीनरी का बिजनेस मॉडल सर्कुलर इकॉनमी को बढ़ावा देता है।
FY25 में कंपनी का रेवेन्यू ग्रोथ मजबूत रहा है, हालांकि प्रॉफिट मार्जिन में बहुत बड़ी छलांग नहीं दिखी।
IPO का साइज मिड-स्केल है, जिससे रिटेल निवेशकों के लिए मौका बढ़ जाता है।
निष्कर्ष
जिंकुशल इंडस्ट्रीज IPO निवेशकों के लिए एक दिलचस्प विकल्प है। अगर आप ग्लोबल प्रेजेंस वाली और ग्रोथ-ओरिएंटेड कंपनी में निवेश करना चाहते हैं, तो यह IPO आपके पोर्टफोलियो के लिए अच्छा ऐड-ऑन हो सकता है।