दुनिया बदल रही है, लेकिन कुछ चीजें हमेशा दिल को छूती हैं। ऐसी ही एक परंपरा है फाउंटेन पेन का जुनून। इस जुनून को जश्न में बदलने का काम हर साल करता है San Francisco International Pen Show, जो इस बार भी लेबर डे वीकेंड पर आयोजित हुआ।
यह शो 1980 के दशक से लगातार आयोजित हो रहा है और आज यह सिर्फ पुरानी सुनहरी युग की पेन खरीद-बिक्री तक सीमित नहीं है, बल्कि जर्नलिंग, ड्राइंग और स्टेशनरी की रंगीन दुनिया को भी जोड़ चुका है।
पेन शो की शुरुआत और “Fun Pen Show” का नया रूप
शुरुआत में यह शो उन कलेक्टर्स के लिए था, जो 1920–1940 के दशक की विंटेज फाउंटेन पेन की तलाश में आते थे। 2014 में नए आयोजकों ने इसे एक नया नाम दिया—“The Fun Pen Show”। इसका मकसद था इसे सिर्फ खरीद-बिक्री का मंच नहीं, बल्कि रचनात्मकता, कला और लिखने की संस्कृति का उत्सव बनाना।
भीड़ और उत्साह – जगह कम पड़ने लगी!
इतनी बड़ी तादाद में लोग पेन शो में आते हैं कि अब होटल का ballroom और चार कॉन्फ्रेंस हॉल भी छोटे लगने लगे हैं। हर टेबल पर रंग-बिरंगे पेन, इंक, जर्नल, स्टेशनरी और एक्सेसरीज़ रखी होती हैं। लोग यहां घंटों घूमते रहते हैं ताकि अपनी पसंद का नया खजाना मिल सके।
कलम से मोहब्बत की कहानी
शो के मालिकों में से एक Syd Saperstein बताते हैं कि उनकी कलम से मोहब्बत पढ़ाई के दिनों में शुरू हुई। लॉ की पढ़ाई और बैंकिंग करियर में उन्हें लगा कि बड़े कागज़ात को संभालने के लिए एक महत्वपूर्ण पेन होना जरूरी है। उनकी नज़र में फाउंटेन पेन सिर्फ एक लिखने का साधन नहीं, बल्कि इंटेलेक्ट और प्रेस्टिज का प्रतीक है।
पेन कलेक्टर्स कई बार बहुत डिटेल में जाते हैं—किस तरह का nib चाहिए (soft या firm), इंक का फ्लो कैसा हो, वजन कितना हो या बाहर से देखने में डिजाइन कैसा हो। यही शौक आगे चलकर जुनून बन जाता है और लोग इस पर लाखों खर्च कर देते हैं। इसी वजह से जापानी ब्रांड Pilot का Namiki Collection $18,000 (करीब ₹15 लाख) तक बिकता है।
दुनियाभर से आते हैं कारीगर और शौकीन
पेन इंडस्ट्री अब एक बड़ा बिज़नेस बन चुकी है। नॉर्दर्न आयरलैंड से आए John Foye और उनका परिवार इसका उदाहरण हैं। 20 साल तक कलेक्टर रहने के बाद उन्होंने अपना पैशन बिज़नेस में बदल दिया। अब वे दुनिया भर से एक्सक्लूसिव पेन चुनते हैं और अलग-अलग ब्रांड्स के साथ मिलकर अपनी कलेक्शन पेश करते हैं—जिसमें acrylic resin, solid gold, silver और titanium steel जैसी मटीरियल से बने पेन शामिल हैं।
शौक जो जिंदगी भर साथ रहा
बे एरिया के रहने वाले Steve Lesler ने बताया कि उनका प्यार पेन से 1990 में शुरू हुआ। एक बार बिज़नेस ट्रिप पर उन्हें एक Waterman Opera pen दिखा जिसकी कीमत $450 थी। वे हैरान रह गए लेकिन उस पेन को भूल नहीं पाए। किस्मत देखिए, वही पेन बाद में सैन फ्रांसिस्को में मिल गया और तब से लेकर अब तक वे पेन कलेक्टिंग को जीते आ रहे हैं।
हर साल वे शो में आते हैं और अपनी पर्सनल कलेक्शन बेचते हैं। उनका कहना है,
“यह सिर्फ पेन नहीं है, यह इंक, पेपर, नोटबुक्स और स्टिकर्स की पूरी कल्चर है। यही वजह है कि नई पीढ़ी भी इसमें दिलचस्पी लेने लगी है।”
नई पीढ़ी और नया रंग
आज पेन शो सिर्फ बुज़ुर्ग कलेक्टर्स तक सीमित नहीं है। Finn Finnigan (Saiko Stationery से) कहते हैं कि अब इसमें महिलाएं और 15 साल से ऊपर की लड़कियां भी बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रही हैं। वे नई कलर पैलेट्स, डिजाइन और सस्ती लेकिन खूबसूरत स्टेशनरी की मांग कर रही हैं।
यह बदलाव बताता है कि पेन कल्चर अब जेंडर और उम्र से परे हो चुका है। यह अब एक समावेशी समुदाय है, जहां हर कोई स्वागत योग्य है।
स्टेशनरी और जर्नलिंग – नई पीढ़ी का क्राफ्ट
आज की युवा पीढ़ी के लिए स्टेशनरी और जर्नलिंग एक किफायती शौक है। वे इसमें अपनी यादें संजोते हैं और अपनी क्रिएटिविटी को पन्नों पर उतारते हैं।
17 साल की Sophia Fabia बताती हैं,
“मुझे यहां की सारी पेन बहुत पसंद आती हैं, लेकिन सच कहूं तो मुझे स्टेशनरी और स्टिकर्स ज्यादा खींचते हैं। यही चीज़ मुझे हर साल यहां लाती है।”
नतीजा – जुनून और कारोबार का संगम
कुल मिलाकर, San Francisco International Pen Show एक ऐसा मंच है जहां पुराने कलेक्टर्स और नई पीढ़ी के शौकीन साथ आते हैं। यहां पेन सिर्फ लिखने का ज़रिया नहीं, बल्कि जुनून, कला और पहचान का हिस्सा बन जाते हैं।
r adipiscing elit. Ut elit tellus, luctus nec ullamcorper mattis, pulvinar dapibus leo.