मार्केट की शुरुआत और प्रमुख सूचकांक का प्रदर्शन
आज भारतीय शेयर बाजार में सुबह से ही सकारात्मक रुख देखने को मिला।
बंबई शेयर बाजार का प्रमुख सूचकांक Sensex लगभग 734.59 पॉइंट्स यानी लगभग 0.87 % की मजबूती के साथ 85,160.93 के स्तर पर बंद हुआ।
इसके साथ ही नेशनल स्टॉक एक्सचेंज पर Nifty 50 सूचकांक भी करीब 215.65 पॉइंट्स यानी 0.83 % की बढ़त के साथ 26,084.25 के स्तर पर बंद हुआ।
खरीदारों में उत्साह दिखा, और बाजार में केंद्रीय बैंक की नीतियों, विदेशी निवेश प्रवाह व वैश्विक संकेतों के आधार पर तेजी आई।
मार्केट ओपनिंग के समय से ही खरीदारी बढ़ती गई, विशेषकर मिड-कैप एवं लार्ज-कैप शेयरों में।
कुल मिलाकर, आज का दिन निवेशकों के लिए राहत भरा रहा क्योंकि पिछले कुछ सत्रों में आई गिरावट के बाद रिकवरी देखने को मिली।
टॉप 3 गेनर्स / लॉसर्स और कारण
आज बाजार में कुछ कंपनियों ने शानदार प्रदर्शन किया जबकि कुछ लॉसर्स भी रहे।
टॉप गेनर्स:
पहला नाम Infosys का रहा, जिसने मजबूत क्वार्टर और वैश्विक क्लाइंट वॉलेट में विस्तार के संकेत मिलने पर अच्छा रिटर्न दिया।
दूसरा मुख्य गेनर HDFC Bank रहा, बैंकिंग क्षेत्र में सुधार की उम्मीद और क्रेडिट ग्रोथ में तेजी के अनुमान से।
तीसरा प्रमुख गेनर था Larsen & Toubro (L&T), इंजीनियरिंग / इन्फ्रास्ट्रक्चर सेक्टर में सरकारी ठेकों और पुनरुद्धार की खबरों से।
लॉसर्स:
आईटी सेक्टर में थोड़ी गिरावट देखने को मिली जैसे कि TCS ने लेटेस्ट कंसल्टिंग ऑर्डर में अपेक्षानुसार वृद्धि न दिखा पाने के कारण दबाव झेला।
अन्य लॉसर्स में Sun Pharma रहा, जहाँ दवा नियामक ग्रीन सिग्नल में देरी और वैश्विक सप्लाई-चेन चुनौतियों का असर दिखा।
तीसरा लॉसर Bharat Electronics (BEL) रहा, रक्षा अनुबंधों में देरी और कच्चे माल की बढ़ी कीमतों से प्रभावित।
इन गेनर्स और लॉसर्स से यह साफ हुआ कि आज बाजार में क्रेडिट ग्रोथ, टेक्नोलॉजी / आईटी की जागरूकता और सरकारी ठेकों की उम्मीदें प्रमुख भूमिका निभा रही थीं, जबकि चुनौतियाँ जहां थीं—वह थी सप्लाई-चेन, नियामक देरी और कच्चे माल की बढ़ी कीमतें।
सेक्टोरल प्रदर्शन – IT, बैंकिंग, फार्मा
सेक्टोरल रूप से आज का दिन मिश्रित रहा।
आईटी (IT) सेक्टर: यह सेक्टर आज अपेक्षाकृत कमजोर दिखा। वैश्विक तकनीकी कंपनियों के लिए ऑर्डर में देरी व डॉलर की मजबूती ने दबाव डाला।
बैंकिंग सेक्टर: बैंकिंग शेयरों ने बेहतर प्रदर्शन किया। क्रेडिट ग्रोथ में उम्मीदें बढ़ने, रेपो-रेट स्थिरता व उपभोक्ता ऋण में मामूली बढ़त से बैंकिंग इंडेक्स में तेजी आई।
फार्मास्युटिकल (फार्मा) सेक्टर: फार्मा में कुछ कंपनियों ने अच्छा प्रदर्शन किया है, लेकिन पूरे सेक्टर में मजबूत सेंटिमेंट नहीं बना। नियामक देरी व वैश्विक प्रतिस्पर्धा ने चुनौतियाँ दीं।
इसके अलावा, इंफ्रास्ट्रक्चर, मेटल्स तथा उपभोक्ता वस्तुओं (FMCG) में भी हल्की-फुलकी गतिविधि देखी गई। निवेशक आज विशेष रूप से बैंकिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर शेयरों की ओर देखने लगे हैं क्योंकि आर्थिक गति में फिर उछाल की उम्मीद बनी हुई है।
एक्सपर्ट्स की नजर कल पर – क्या आने वाला है?
मार्केट एनालिस्ट्स का कहना है कि आज की तेजी एक अच्छी शुरुआत है, लेकिन सतत प्रदर्शन के लिए कुछ कारकों की निगरानी जरूरी है।
विश्लेषक श्रीकांत चौहान, हेड ऑफ इक्विटी रिसर्च, के अनुसार:
“हम मानते हैं कि ट्रेंड ऊपर की ओर है, लेकिन हाल-फिलहाल में कुछ ओवरबॉट स्थिति नजर आ रही है—इसलिए अगले सत्रों में रेंज-बाउंड एक्सचेंजेशन देखा जा सकता है।”
विश्लेषकों का मानना है कि कल के लिए निवेशकों को निम्न बातें ध्यान में रखनी होंगे:
पहले समर्थन स्तर Nifty के लिए 26,000-26,250, Sensex के लिए 85,600-86,200 के आसपास हैं।
यदि विदेशी निवेश प्रवाह सकारात्मक रहा और वैश्विक संकेत अच्छे रहे, तो अगले सत्र में 26,400-26,500 के स्तर तक तेजी संभव है।
हालांकि, रूस-यूक्रेन संकट, अमेरिका-चीन व्यापार तनाव या वैश्विक ब्याज दरों में उलटफेर से सतर्क रहने की सलाह दी जा रही है।
निवेशक आज के तेजी को खरीदारी का मौका मान सकते हैं लेकिन सलाह दी जाती है कि वे सीमित जोखिम के साथ पोज़िशन लें और सेल-ऑफ के जोखिम को भी ध्यान में रखें।


