भारतीय शेयर बाजार ने अक्टूबर 2025 में शानदार रिटर्न दिए हैं। निफ्टी और सेंसेक्स दोनों ने सात महीनों में सबसे मजबूत बढ़त दर्ज की। हालांकि, हफ्ते के आखिरी दिन बैंकिंग शेयरों में बिकवाली देखने को मिली, जिसके कारण बाजार थोड़ा दबाव में दिखा। फिर भी, समग्र रूप से देखा जाए तो अक्टूबर महीने में निवेशकों के लिए यह महीना बेहद फायदेमंद साबित हुआ।
बाजार की मौजूदा स्थिति
शुक्रवार को NSE Nifty 0.6% गिरकर 25,722.10 पर बंद हुआ, जबकि BSE Sensex 0.55% टूटकर 83,938.71 पर आ गया। बैंकिंग सेक्टर में मुनाफावसूली देखने को मिली, लेकिन महीने के आधार पर निफ्टी ने 4.5% और सेंसेक्स ने 4.6% की बढ़त दर्ज की। दोनों इंडेक्स अपने सर्वकालिक उच्च स्तर (सितंबर 2024) से मात्र 2% नीचे हैं।
सभी 16 प्रमुख सेक्टरों ने अक्टूबर में सकारात्मक प्रदर्शन किया। मिडकैप इंडेक्स 5.8% और स्मॉलकैप इंडेक्स 4.7% ऊपर रहे, जिससे पता चलता है कि छोटे और मध्यम स्तर के शेयरों में भी निवेशकों की दिलचस्पी बनी हुई है।
मेहुल कोठारी का बाजार विश्लेषण
आनंद राठी फाइनेंशियल सर्विसेज के डिप्टी वाइस प्रेसिडेंट – टेक्निकल रिसर्च, मेहुल कोठारी का मानना है कि बाजार इस समय “कंसोलिडेशन और हल्की अनिश्चितता” के दौर से गुजर रहा है।
उनके अनुसार, “पिछले हफ्ते निफ्टी ने 25,700–26,100 की रेंज में ट्रेड किया। इस संकीर्ण दायरे से यह संकेत मिलता है कि निवेशक हालिया तेजी के बाद अब ठहराव ले रहे हैं। डेली चार्ट पर एक डबल टॉप पैटर्न बन रहा है, जो शॉर्ट-टर्म अपट्रेंड के थकान का संकेत है।”
कोठारी ने आगे कहा कि MACD इंडिकेटर पर भी नेगेटिव डाइवर्जेंस दिख रही है, जिससे बाजार में अल्पकालिक कमजोरी की संभावना बनती है।
निफ्टी 50 का आउटलुक
कोठारी के अनुसार, “अगर निफ्टी 25,700 के नीचे क्लोज होता है, तो 25,500 तक की गिरावट संभव है। वहीं, अगर यह इंडेक्स 25,800 से ऊपर टिका रहता है, तो एक बार फिर 26,100 का स्तर देखने को मिल सकता है।”
उन्होंने जोड़ा कि 25,700 एक इमीडिएट सपोर्ट है और 25,500 एक मेजर सपोर्ट लेवल रहेगा। वहीं, ऊपर की ओर 26,100 एक अहम रेसिस्टेंस ज़ोन है।
रणनीति:
निवेशक 25,700–25,500 के सपोर्ट ज़ोन पर धीरे-धीरे खरीदारी पर विचार कर सकते हैं।
26,100 के ऊपर क्लोजिंग मिलती है तो नया बुलिश ट्रेंड बन सकता है।
फिलहाल बाजार में “कंसोलिडेशन विथ माइल्ड नेगेटिव बायस” देखने को मिल रही है।
बैंक निफ्टी का तकनीकी विश्लेषण
Bank Nifty पिछले सप्ताह 57,600–58,500 की रेंज में रहा। यह बताता है कि बैंकिंग इंडेक्स फिलहाल कंसोलिडेशन मोड में है।
कोठारी ने कहा, “डेली चार्ट पर 58,500 के पास डबल टॉप दिख रहा है, जो मजबूत रेसिस्टेंस का संकेत है। हालांकि, अभी तक किसी बड़े कमजोरी के संकेत नहीं हैं, इसलिए यह साइडवेज़ मूवमेंट अगले सप्ताह भी जारी रह सकता है।”
सपोर्ट और रेसिस्टेंस स्तर:
इमीडिएट सपोर्ट: 57,500
मेजर सपोर्ट: 57,000
रेसिस्टेंस: 58,500
अगर बैंक निफ्टी 58,500 के ऊपर ब्रेकआउट देता है, तो अगला टारगेट 59,000–59,300 हो सकता है। वहीं, 57,500 के नीचे गिरावट आने पर हल्की मुनाफावसूली संभव है।
₹200 से कम के 3 स्टॉक्स जिन पर नज़र रखें
मेहुल कोठारी ने तकनीकी चार्ट्स के आधार पर ₹200 से कम कीमत वाले तीन आकर्षक स्टॉक्स की पहचान की है। ये स्टॉक्स न केवल मजबूत चार्ट पैटर्न दिखा रहे हैं, बल्कि अगले 3–6 महीनों में अच्छे रिटर्न देने की क्षमता भी रखते हैं।
IRFC (Indian Railway Finance Corporation)
CMP: ₹185
View: खरीदारी करें
Target: ₹210
Stop Loss: ₹172
कारण: रेलवे कैपेक्स थीम और सरकारी समर्थन से मजबूत फंडामेंटल्स।
NHPC Limited
CMP: ₹190
View: पॉजिटिव
Target: ₹220
Stop Loss: ₹175
कारण: हाइड्रो पावर सेक्टर में बढ़ती मांग और स्थिर डिविडेंड यील्ड।
PNB (Punjab National Bank)
CMP: ₹197
View: खरीदारी करें
Target: ₹225
Stop Loss: ₹182
कारण: सुधारते NPA स्तर और मजबूत लोन ग्रोथ ट्रेंड।
निष्कर्ष
मार्केट फिलहाल कंसोलिडेशन के दौर में है, लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि अवसर खत्म हो गए हैं। मेहुल कोठारी के अनुसार, निवेशक को डिप्स पर खरीदारी की रणनीति अपनानी चाहिए और प्रमुख सपोर्ट लेवल्स पर ध्यान देना चाहिए।
₹200 से कम वाले स्टॉक्स जैसे IRFC, NHPC और PNB, मजबूत फंडामेंटल्स और चार्ट्स के आधार पर आकर्षक दिख रहे हैं। हालांकि, शॉर्ट टर्म में थोड़ी वोलैटिलिटी संभव है, इसलिए स्टॉप लॉस और डिसिप्लिन बनाए रखना जरूरी है।


