₹37,000 करोड़ की डील! Tata Motors खरीदने जा रही है Iveco, मिलेगा यूरोप का बड़ा बाजार

Tata Motors की सबसे बड़ी छलांग – यूरोप की सड़कों पर दौड़ेंगी Made in India ताकत!

Dev
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Tata Motors और Iveco के बीच डील से जुड़ी एक झलक, जो बदल सकती है भारत का ऑटोमोटिव भविष्यTata Motors और Iveco के बीच डील से जुड़ी एक झलक

अब तक का सबसे बड़ा सौदा, जिसकी कीमत ₹37,000 करोड़ थी, टाटा मोटर्स और इवेको के बीच हुआ था।

प्रसिद्ध भारतीय वाहन निर्माता कंपनी टाटा मोटर्स एक बार फिर सुर्खियों में है, और इस बार इसकी वजह एक ऐतिहासिक सौदा है! दरअसल, टाटा मोटर्स इटली की प्रमुख ट्रक निर्माता कंपनी इवेको का अधिग्रहण करने की प्रक्रिया में है। इस खरीद पर लगभग 4.5 बिलियन डॉलर यानी लगभग ₹37,000 करोड़ खर्च होंगे।

इससे पहले Tata Group ने साल 2007 में ब्रिटेन की स्टील कंपनी Corus को खरीदा था, लेकिन अब Iveco की इस डील को Tata Motors की अब तक की सबसे बड़ी ऑटोमोटिव डील माना जा रहा है।

क्या है पूरा मामला?

मुंबई स्थित Tata Motors और इटली के ट्यूरिन में मुख्यालय वाली Iveco के बीच इस डील पर चर्चा अंतिम चरण में पहुंच चुकी है। माना जा रहा है कि बुधवार तक इस डील की आधिकारिक घोषणा कर दी जाएगी।

सूत्रों का दावा है कि टाटा मोटर्स, इवेको की एक महत्वपूर्ण शेयरधारक और एग्नेली परिवार की निवेश फर्म, एक्सोर से 27.1% हिस्सेदारी खरीदेगी। कंपनी इसके बाद शेष शेयरधारकों से भी हिस्सेदारी खरीदने का प्रस्ताव देने की योजना बना रही है।

इस डील से जुड़ी बातों की पुष्टि अभी आधिकारिक तौर पर नहीं की गई है, लेकिन दोनों कंपनियों के बोर्ड इस पर विचार कर रहे हैं।

क्या शामिल नहीं होगा इस डील में?
Iveco दो हिस्सों में बंटी हुई है –

कमर्शियल व्हीकल यूनिट

डिफेंस बिज़नेस यूनिट

Tata Motors केवल कमर्शियल व्हीकल डिवीजन को ही खरीदेगी। डिफेंस यूनिट को अलग कर दिया जाएगा और या तो उसे बेचा जाएगा या फिर 2025 के अंत तक अलग लिस्ट किया जाएगा।

क्यों खास है ये डील?

Iveco, यूरोप की एक जानी-मानी ट्रक मैन्युफैक्चरर है, जो अब तक Volvo, Daimler और Traton जैसे बड़े ब्रांड्स से मुकाबला करती रही है।

Tata Motors को इससे कई फायदे मिल सकते हैं:

यूरोप और नॉर्थ अमेरिका जैसे बाजारों में सीधी एंट्री

Iveco की एडवांस टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल

Tata की कमर्शियल व्हीकल यूनिट को नई ऊर्जा

Latin America और बाकी विकसित मार्केट्स तक विस्तार

Iveco की मौजूदा स्थिति

इस साल Iveco के शेयर 100% से ज्यादा चढ़े हैं

मार्केट वैल्यू पहुंची $6.15 बिलियन

डिफेंस यूनिट Iveco के EBIT (earnings before interest and tax) का 13% योगदान देती है

2025 तक कंपनी €400–450 मिलियन फ्री कैश फ्लो का अनुमान लगा रही है

Tata Motors को क्या मिलेगा?

Tata Motors की कमर्शियल व्हीकल यूनिट इस समय भारत में 90% बिजनेस करती है, लेकिन अंतरराष्ट्रीय मार्केट में इसकी पकड़ कमजोर है।

Iveco की मदद से:

Tata को मिलेगी यूरोपियन ब्रांड पहचान

एडवांस इंजीनियरिंग और डिजाइन

पावरट्रेन, बस, स्पेशलिटी व्हीकल्स जैसे सेगमेंट्स में एंट्री

2025 में Tata CV यूनिट के लिस्टिंग से पहले बड़ा बूस्ट

पर क्या हैं चुनौतियां?
EBIT Margin की बात करें तो Tata Motors के पास 9.1% है जबकि Iveco के केवल 5.6%

पहले से ही Iveco एक बार 2021 में चीनी कंपनी FAW को बेची जानी थी, लेकिन इटली सरकार ने सुरक्षा कारणों से रोक लगा दी थी

डिफेंस यूनिट के अलग होने के बाद Tata को बचे हुए बिजनेस में कितनी वैल्यू मिलेगी – ये देखना होगा

पुराने रिश्ते भी आए काम
Tata Group और Agnelli परिवार के बीच पहले से मजबूत रिश्ते रहे हैं।

भारत में Fiat के साथ Tata का पुराना जॉइंट वेंचर रहा है

Agnelli परिवार Ferrari और Stellantis (Fiat की पैरेंट कंपनी) में भी बड़ा नाम है

Ratan Tata खुद एक मोटरहेड हैं और Iveco जैसे ब्रांड से पुराना लगाव भी बताया जा रहा है

कौन कर रहा है सलाह?
Tata Motors को सलाह दे रहा है Morgan Stanley

Iveco और Agnelli को सलाह दे रहे हैं Goldman Sachs

लीगल मामलों में मदद कर रहा है Clifford Chance

डील को अंजाम देने के लिए Tata Motors ने डच होल्डिंग कंपनी बनाई है

क्या है आगे की टाइमलाइन?
डील को लेकर दोनों कंपनियों के बीच एक्सक्लूसिविटी एग्रीमेंट हुआ है

ये एग्रीमेंट 1 अगस्त को खत्म होगा

इसलिए उम्मीद की जा रही है कि डील की आधिकारिक घोषणा बुधवार तक हो सकती है

निष्कर्ष: एक नई शुरुआत की ओर
अगर यह डील सफल होती है, तो Tata Motors का कमर्शियल व्हीकल बिजनेस ₹75,000 करोड़ से बढ़कर ₹2 लाख करोड़ तक पहुंच सकता है।

यह केवल एक बिजनेस डील नहीं है, बल्कि Tata Motors के लिए एक वैश्विक लीडर बनने का अवसर है। अब देखना ये होगा कि इटली की राजनीति, रणनीतिक जरूरतें और डिफेंस बिजनेस को लेकर क्या फैसले होते हैं।

लेकिन एक बात तो तय है – अगर Tata Motors ये डील कर लेती है, तो भारतीय ऑटो इंडस्ट्री के लिए ये एक ऐतिहासिक मोड़ होगा।

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