Vijay Antony की बेटी मीरा की मौत के बाद बिना चप्पल चलने लगे, कहा – “वो अब भी मुझसे बात करती है”

एक बाप का दर्द, जिसने बेटी को खोने के बाद दुनिया से दूरी बना ली।

Dev
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विजय एंटनी बिना चप्पल के चलते हैं, बेटी मीरा की याद में।Vijay Antony

बेटी मीरा की मौत के बाद बदल गई विजय एंटनी की ज़िंदगी, अब कभी नहीं पहनते चप्पल
तमिल फिल्म इंडस्ट्री के जाने-माने चेहरे विजय एंटनी ने एक से बढ़कर एक काम किए हैं — एक्टर, म्यूज़िक कंपोज़र, सिंगर, लिरिसिस्ट, और फिल्म निर्माता। लेकिन इन सारी सफलताओं के पीछे एक ऐसा दर्द छिपा है जिसने उनके जीवन की दिशा ही बदल दी। हाल ही में OTT पर रिलीज़ हुई उनकी फिल्म Maargan को लेकर वो चर्चा में हैं, लेकिन उससे भी ज्यादा वो इस समय अपनी निजी जिंदगी के एक बेहद भावुक फैसले की वजह से सुर्खियों में हैं — उन्होंने बेटी की मौत के बाद चप्पल पहनना छोड़ दिया है।

मीरा की मौत से टूटा परिवार

विजय एंटनी की पत्नी का नाम है फातिमा विजय एंटनी और उनकी दो बेटियाँ थीं – मीरा और लारा। लेकिन 19 सितंबर 2023 की सुबह उनके लिए काल बनकर आई, जब 16 साल की मीरा ने कथित तौर पर आत्महत्या कर ली। यह खबर सिर्फ एक परिवार नहीं, बल्कि पूरी फिल्म इंडस्ट्री के लिए सदमे से कम नहीं थी।

फिल्म ‘Romeo’ को मीरा को समर्पित किया

विजय एंटनी की फिल्मों का निर्माण उनकी खुद की कंपनी Vijay Antony Film Corporation के बैनर तले होता है और प्रोड्यूसर के तौर पर हमेशा उनकी पत्नी फातिमा का नाम होता था। लेकिन Romeo नाम की फिल्म, जो मीरा की मौत के बाद रिलीज़ हुई, उसमें विजय ने अपनी बेटी मीरा को बतौर प्रोड्यूसर क्रेडिट दिया – यह एक पिता की ओर से बेटी को श्रद्धांजलि थी।

क्यों छोड़ी चप्पल पहनना?

फिल्म Mazhai Pidikkatha Manithan के डायरेक्टर विजय मिल्टन ने इस इंसानी भावनाओं से भरे फैसले के पीछे की कहानी साझा की। उन्होंने बताया कि मीरा की मौत के बाद विजय एंटनी ने खुद को काम में डुबो दिया ताकि वो अपने ग़म को भूल सकें। लेकिन दुख की गहराई इतनी थी कि उससे उबरना आसान नहीं था।

डायरेक्टर विजय मिल्टन कहते हैं:

“मैं पिछले 20 सालों से विजय एंटनी को जानता हूँ, लेकिन पिछले दो सालों में हम बेहद करीब आ गए हैं, खासकर जब उन्होंने जीवन की सबसे कठिन परिस्थितियों का सामना किया। Pichaikkaran 2 की शूटिंग के दौरान उन्हें चोट लगी, और थोड़े समय बाद उन्होंने अपनी बेटी को खो दिया। उन्होंने खुद को काम में झोंक दिया, लेकिन अभी भी वो उस नुकसान से उबर नहीं पाए हैं। उनका चप्पल छोड़ देना इस बात का प्रतीक है कि वो इस ग़म से कितने गहरे प्रभावित हुए हैं।”

“मीरा अब भी मुझसे बात करती है”
मीरा की मौत के कुछ दिन बाद विजय एंटनी ने एक बेहद भावुक इंस्टाग्राम पोस्ट लिखा। उन्होंने तमिल भाषा में लिखा, लेकिन हर शब्द में उस पिता का दर्द साफ झलकता था। उन्होंने लिखा कि मीरा अब एक ऐसी जगह है जहां कोई जात-पात, पैसा, ईर्ष्या या दर्द नहीं है।

उनकी बातों में एक अलग ही भावनात्मक जुड़ाव था:

“मेरी बेटी मीरा एक बहुत ही प्यारी और बहादुर लड़की थी। अब वो एक बेहतर और शांत जगह पर है जहां कोई जात-पात, पैसा, जलन या दर्द नहीं है। वो अब भी मुझसे बात करती है। मैं उसके साथ मर गया हूँ। अब मैं उसके लिए समय बिताता हूँ। अब मैं उसके नाम पर अच्छे काम करूंगा।”

एक कलाकार का बाप बनने का दर्द
बॉलीवुड और साउथ इंडस्ट्री में बहुत से एक्टर्स ने पर्सनल लॉस झेले हैं, लेकिन विजय एंटनी का ये फैसला – बिना चप्पल पहनना – उनकी बेटी के लिए एक आध्यात्मिक श्रद्धांजलि है। यह सिर्फ एक फैशन स्टेटमेंट नहीं, बल्कि एक पिता के दिल से निकली हुई वेदना है।

‘Maargan’ और ‘Pichaikkaran 2’ में भी झलकता है दर्द

विजय एंटनी के हालिया प्रोजेक्ट्स – Maargan और Pichaikkaran 2 – दोनों में इमोशनल एलिमेंट्स काफी हैं। दर्शकों को शायद ये महसूस ना हुआ हो, लेकिन अब जब आप उनकी पर्सनल कहानी जानते हैं, तो इन फिल्मों को देखना भी एक अलग अनुभव बन जाएगा।

निष्कर्ष
विजय एंटनी की यह कहानी केवल एक अभिनेता की नहीं, एक पिता की है जो अपनी बेटी को खोने के बाद खुद को भी खो चुका है। उनके हर कदम, हर फिल्म, हर सोशल मीडिया पोस्ट में अब मीरा की यादें बसी हैं। जब एक कलाकार अपनी कला में अपने ग़म को ढाल देता है, तब वो सिर्फ परफॉर्म नहीं करता — वो जीता है, वो महसूस कराता है।

इस दिल को छू लेने वाली कहानी पर आपकी क्या राय है? कमेंट में ज़रूर बताएं।

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