क्या आपने सुना कि भारतीय बैंकिंग सेक्टर में एक नया इतिहास रचा जा रहा है? समय पे न्यूज़ की खोज के अनुसार, जापान की सुमितोमो मित्सुई बैंकिंग कॉर्पोरेशन (SMBC) ने यस बैंक के 446 करोड़ शेयर खरीदने की मेगा डील की है, जिसकी कीमत ₹15,800 करोड़ से अधिक है। यह डील भारतीय स्टेट बैंक (SBI), बंधन बैंक, और फेडरल बैंक के साथ की गई है। क्या यह यस बैंक SMBC डील भारतीय बैंकिंग को नई दिशा देगी? आइए इस सौदे के बारे में विस्तार से जानते हैं।
यस बैंक SMBC डील: एक नज़र
जापान की SMBC ने भारतीय बैंकिंग सेक्टर में अपनी मौजूदगी को मज़बूत करने के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। इसने तीन अलग-अलग डील्स के तहत यस बैंक के 446 करोड़ से अधिक शेयर खरीदे हैं, जो भारत के बैंकिंग इतिहास में सबसे बड़ी क्रॉस-बॉर्डर डील्स में से एक है। डील की कुल वैल्यू ₹15,800 करोड़ से अधिक है, और यह भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) और भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग (CCI) की मंजूरी के बाद पूरी हुई।
SMBC की मूल कंपनी सुमितोमो मित्सुई फाइनेंशियल ग्रुप (SMFG) भारतीय बाज़ार में पहले से ही सक्रिय है, और यह डील इसके लिए एक महत्वपूर्ण एंट्री पॉइंट है। विशेषज्ञों का मानना है कि यह सौदा भारतीय बैंकिंग सेक्टर में विदेशी निवेश को बढ़ावा देगा। क्या आप इस यस बैंक SMBC डील को एक गेम-चेंजर मानते हैं?
SBI का सबसे बड़ा योगदान
इस डील में सबसे बड़ा हिस्सा भारतीय स्टेट बैंक (SBI) का रहा। SBI ने अपनी 13.18% हिस्सेदारी, यानी 413.44 करोड़ शेयर, ₹21.50 प्रति शेयर की दर से SMBC को बेचे। इस सौदे से SBI को ₹8,889 करोड़ प्राप्त हुए। यह डील RBI से 22 अगस्त 2025 और CCI से 2 सितंबर 2025 को मंजूरी मिलने के बाद पूरी हुई। SBI के बोर्ड ने मई 2025 में ही इस सौदे को हरी झंडी दे दी थी।
SBI की इस बिक्री ने न केवल बैंक को भारी मुनाफा दिलाया, बल्कि यस बैंक में विदेशी निवेश की राह भी खोली। यस बैंक, जो 2020 में वित्तीय संकट से गुज़रा था, अब स्थिरता की ओर बढ़ रहा है, और SMBC का निवेश इसे और मज़बूती देगा।
बंधन और फेडरल बैंक की भूमिका
बंधन बैंक ने ₹21.50 प्रति शेयर की दर से 15.39 करोड़ शेयर बेचे, जिससे उसकी हिस्सेदारी 0.70% से घटकर 0.21% रह गई। वहीं, फेडरल बैंक ने पहले से तय समझौते के तहत 16.62 करोड़ शेयर ₹21.50 प्रति शेयर की दर से बेचे। इन बिक्री से दोनों बैंकों को अच्छा मुनाफा हुआ, और SMBC की हिस्सेदारी बढ़ाने में मदद मिली।
अन्य बैंक जैसे एक्सिस बैंक, HDFC बैंक, ICICI बैंक, IDFC फर्स्ट बैंक, और कोटक महिंद्रा बैंक भी अपनी हिस्सेदारी बेचने की प्रक्रिया में हैं। इन बिक्री से SMBC की हिस्सेदारी और बढ़ेगी, जिसे RBI ने 24.99% तक बढ़ाने की मंजूरी दी है।
बोर्ड में SMBC का प्रतिनिधित्व
यस बैंक SMBC डील का एक और महत्वपूर्ण पहलू बोर्ड में बदलाव है। यस बैंक के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स ने शिनिचिरो निशिनो और राजीव वीरवल्ली कन्नन को गैर-कार्यकारी और गैर-स्वतंत्र निदेशकों (SMBC के नामित) के रूप में नियुक्त करने के लिए शेयरधारकों की मंजूरी लेने का फैसला किया है। यह मंजूरी डाक मतपत्र के ज़रिए ली जाएगी।
SMBC को बोर्ड में दो निदेशक नियुक्त करने का अधिकार मिलना इस डील की रणनीतिक अहमियत को दर्शाता है। इससे SMBC को बैंक के फैसलों में महत्वपूर्ण भूमिका मिलेगी।
₹16,000 करोड़ का संभावित निवेश
रिपोर्ट्स के अनुसार, SMBC डेट और इक्विटी के ज़रिए यस बैंक में ₹16,000 करोड़ तक का निवेश कर सकती है। यह निवेश बैंक की पूंजी को मज़बूत करेगा और इसके विस्तार में मदद करेगा। विशेषज्ञों का कहना है कि यह निवेश यस बैंक को डिजिटल बैंकिंग और MSME लेंडिंग में नई ऊँचाइयों पर ले जा सकता है।
SMBC का यह कदम भारत के तेज़ी से बढ़ते बैंकिंग सेक्टर में विदेशी निवेश की बढ़ती रुचि को दर्शाता है। यस बैंक, जो कभी संकट में था, अब नए निवेश और रणनीतिक साझेदारियों के साथ मज़बूत हो रहा है।
बाज़ार और निवेशकों की प्रतिक्रिया
यस बैंक SMBC डील की खबर के बाद यस बैंक के शेयरों में 3% की तेज़ी देखी गई। निवेशकों और विश्लेषकों ने इस डील को सकारात्मक माना है, क्योंकि यह बैंक की वित्तीय स्थिरता को बढ़ाएगा। सोशल मीडिया पर लोग लिख रहे हैं, “SMBC का निवेश यस बैंक को नई ताकत देगा।” कुछ विश्लेषकों का मानना है कि यह डील अन्य विदेशी बैंकों को भारत में निवेश के लिए प्रोत्साहित करेगी।
निष्कर्ष: यस बैंक SMBC डील भारतीय बैंकिंग सेक्टर में एक नया अध्याय शुरू करने को तैयार है। ₹15,800 करोड़ की शेयर खरीद और ₹16,000 करोड़ के संभावित निवेश के साथ, SMBC भारत में अपनी मज़बूत पकड़ बना रही है। समय पे न्यूज़ पर ऐसे ही ताज़ा अपडेट्स के लिए बने रहें। नीचे कमेंट करें और बताएँ कि आप इस यस बैंक SMBC डील के बारे में क्या सोचते हैं!