आमिर खान ने दी श्रद्धांजलि: 91 की उम्र में 3 Idiots के प्रोफेसर बने अच्युत पोतदार का निधन

"कहना क्या चाहते हो" – 3 Idiots का डायलॉग अमर रहा, पर अच्युत पोतदार चले गए हमें छोड़कर।

Dev
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अभिनेता अच्युत पोतदार को याद करते हुए आमिर खान ने कही दिल छू लेने वाली बातें।Aamir Khan Productions

आमिर खान की भावुक श्रद्धांजलि

बॉलीवुड इंडस्ट्री से एक दुखद खबर सामने आई है। दिग्गज अभिनेता अच्युत पोतदार का 18 अगस्त को निधन हो गया। 91 साल की उम्र में उन्होंने आखिरी सांस ली।

“3 Idiots” में प्रोफेसर का यादगार किरदार निभाने वाले अच्युत पोतदार ने अपनी अदाकारी से दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई थी।

उनके निधन की पुष्टि जुपिटर अस्पताल के Critical Care Department के डायरेक्टर डॉ. रविंद्र घावत ने की। उन्होंने बताया:

“अच्युतजी को शाम करीब 4 बजे सांस और हार्ट की समस्या के कारण ICU में भर्ती किया गया था। रात 10:30 बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। उन्हें हाई ब्लड प्रेशर और हार्ट से जुड़ी पुरानी दिक्कतें थीं।”

आमिर खान का भावुक संदेश

अच्युत पोतदार के निधन के बाद आमिर खान ने अपने प्रोडक्शन हाउस के जरिए एक भावुक संदेश साझा किया।

उन्होंने लिखा:

“अच्युतजी के निधन की खबर से मैं बेहद दुखी हूँ। वे एक शानदार अभिनेता ही नहीं, बल्कि एक बेहतरीन इंसान और शानदार साथी भी थे। हम आपको बहुत मिस करेंगे अच्युतजी। मेरी संवेदनाएँ उनके परिवार के साथ हैं।”

अच्युत पोतदार – एक बहुमुखी अभिनेता

अच्युत पोतदार का फिल्मी करियर एक मिसाल है। उन्होंने 3 Idiots में प्रोफेसर के किरदार से अपार लोकप्रियता पाई। उनका डायलॉग “कहना क्या चाहते हो” आज भी पॉप कल्चर और मीम्स में जिंदा है।

लेकिन उनकी पहचान सिर्फ इसी फिल्म तक सीमित नहीं रही। वे बॉलीवुड, टीवी और मराठी फिल्मों – हर जगह अपने अलग अंदाज़ से चमके।

44 की उम्र में फिल्मों में एंट्री

कम ही लोग जानते हैं कि अच्युत पोतदार ने 44 साल की उम्र में फिल्मों की दुनिया में कदम रखा।

उससे पहले वे इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन में काम कर चुके थे।

वे भारतीय सेना में भी सेवा दे चुके थे।

इसके अलावा, उन्होंने रीवा (मध्य प्रदेश) के एक कॉलेज में पढ़ाया भी था।

यानी उनकी ज़िंदगी में कला और संघर्ष दोनों का संगम रहा।

टीवी और मराठी सिनेमा में योगदान

फिल्मों के अलावा अच्युत पोतदार का टीवी करियर भी उतना ही चमकदार रहा।

उन्होंने कई चर्चित टीवी शोज़ में काम किया, जैसे:

वागले की दुनिया

माझा होशील ना

मिसेज तेंडुलकर

भारत की खोज

मराठी सिनेमा में भी उन्होंने अपनी दमदार अदाकारी से दर्शकों का दिल जीता। वे कमर्शियल फिल्मों के साथ-साथ क्रिटिकली अक्लेम्ड फिल्मों का भी अहम हिस्सा रहे।

क्या बनाता है अच्युत पोतदार को ख़ास?

उनकी सधी हुई एक्टिंग और गंभीर अभिव्यक्ति हमेशा याद रहती है।

चाहे वो 3 Idiots के प्रोफेसर हों या टीवी शोज़ के किरदार – वे हर रोल में नैचुरल लगे।

उनका लेट एंट्री (44 साल की उम्र में फिल्मी करियर शुरू करना) यह बताता है कि सपनों को पूरा करने की कोई उम्र नहीं होती।

इंडस्ट्री और दर्शकों का दुख

सोशल मीडिया पर भी फैन्स और सेलेब्रिटीज़ ने अच्युत पोतदार को श्रद्धांजलि दी।
लोगों ने उन्हें “एक सच्चा कलाकार और सज्जन इंसान” कहा।

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