US डेटा से पहले यूरोपीय शेयर बाजार में सतर्कता — STOXX 600 मामूली बढ़त के साथ स्थिर
मंगलवार को यूरोपीय शेयर बाजारों में हल्की गतिविधि देखने को मिली, क्योंकि निवेशक अमेरिका से आने वाले महत्वपूर्ण आर्थिक डेटा का इंतजार कर रहे हैं। US अर्थव्यवस्था की स्थिति को समझने के लिए प्रोड्यूसर इन्फ्लेशन डेटा और रिटेल सेल्स रिपोर्ट बेहद अहम माने जा रहे हैं, और इन्हीं आंकड़ों ने बाजार की दिशा तय करनी है।
सुबह के सेशन में pan-European STOXX 600 इंडेक्स ने 0.1% की मामूली बढ़त दर्ज कर 563.38 पॉइंट का स्तर छुआ। दूसरी ओर, प्रमुख क्षेत्रीय बाजारों में मिश्रित रुझान देखा गया—जर्मनी का DAX इंडेक्स 0.1% गिरा, जबकि फ्रांस के बाजार में 0.1% की हल्की बढ़त रही।
US डेटा क्यों महत्वपूर्ण है?
अमेरिका दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था है और वहां का आर्थिक डेटा वैश्विक बाजारों पर सीधा प्रभाव डालता है। महंगाई रिपोर्ट (Producer Price Index – PPI) और रिटेल सेल्स के आंकड़े यह बताएंगे कि:
US में डिमांड कैसी है
कीमतों में दबाव बढ़ रहा है या घट रहा है
फेडरल रिज़र्व निकट भविष्य में ब्याज दरों में कटौती करेगा या नहीं
बाजार में फिलहाल यह उम्मीद बनी हुई है कि अमेरिका में ब्याज दरों में जल्द कटौती की जा सकती है। अगर आने वाले डेटा इन उम्मीदों को सपोर्ट करता है, तो वैश्विक इक्विटी मार्केट में तेजी देखने को मिल सकती है।
महत्वपूर्ण बात यह है कि ये आंकड़े US के इतिहास के सबसे लंबे सरकारी शटडाउन के बाद जारी किए जा रहे हैं, जिसके कारण पिछले कई हफ्तों से निवेशक अधूरी जानकारी के साथ ट्रेड कर रहे थे।
यूरोपीय बाजारों का प्रदर्शन – कौन-से सेक्टर चमके?
हालांकि बाजार समग्र रूप से शांत रहा, लेकिन सेक्टोरल परफॉर्मेंस में कुछ पॉजिटिव संकेत जरूर दिखे।
Banks – सबसे बड़ा सपोर्ट
बैंकिंग सेक्टर ने STOXX 600 को सबसे ज्यादा सपोर्ट दिया।
बैंकिंग इंडेक्स में 0.4% की उछाल देखी गई।
कम ब्याज दरों का दौर उद्योग के लिए चुनौतियां लाता है, लेकिन आर्थिक गतिविधि बढ़ने की उम्मीदों ने निवेशकों को बैंक स्टॉक्स की ओर आकर्षित किया।
Commodity Stocks – मजबूत शुरुआत
कमोडिटी आधारित कंपनियों में भी अच्छी हलचल रही।
Oil कंपनियां: +0.7% बढ़त
Mining कंपनियां: +0.6% बढ़त
कमोडिटी स्टॉक्स में तेजी आम तौर पर यह संकेत देती है कि वैश्विक मांग में सुधार हो रहा है या निवेशक रिस्कों से बाहर निकलकर Cyclical सेक्टर्स में आ रहे हैं।
Kingfisher – टॉप गेनर में शामिल
होम-इंप्रूवमेंट रिटेलर Kingfisher के शेयर में 4.3% की तेज़ छलांग दर्ज की गई।
कंपनी ने अपने फुल-ईयर प्रॉफिट आउटलुक को अपग्रेड किया है, जिससे निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
यह STOXX 600 में दिन के सबसे बड़े गेनर्स में से एक रहा।
जियोपॉलिटिकल घटनाओं का बाज़ार पर असर
रूस-यूक्रेन युद्ध के संभावित समाधान से जुड़ी खबरों ने बाजार में कुछ राहत पहुंचाई।
सोमवार को:
अमेरिका और यूक्रेन ने एक “Refined Peace Framework” पर बात की
युद्ध को समाप्त करने की नई योजना पर विचार हुआ
निवेशकों में उम्मीद जगी कि संघर्ष जल्द खत्म हो सकता है
अगर इस दिशा में ठोस प्रगति होती है, तो:
यूरोप की अर्थव्यवस्था पर सकारात्मक प्रभाव
ऊर्जा कीमतों में राहत
सप्लाई चेन में स्थिरता
जैसे लाभ देखने को मिल सकते हैं।
निवेशकों की मन:स्थिति – इंतजार और सतर्कता
हालांकि कुछ सेक्टर्स में बढ़त दिखी है, लेकिन मार्केट का समग्र मूड सतर्क है।
कारण:
फेडरल रिज़र्व की भविष्य की नीति को लेकर अनिश्चितता
US महंगाई रिपोर्ट के इंतजार
रिटेल सेल्स से मांग की वास्तविक स्थिति का आकलन
भू-राजनीतिक तनाव
इसलिए निवेशक बड़े दांव लगाने से बच रहे हैं और सेमी-स्टेबल सेक्टर्स में रुचि दिखा रहे हैं।
आगे क्या उम्मीद?
आने वाले दिनों में यूरोपीय बाजारों की दिशा इन प्रमुख कारकों पर निर्भर होगी:
US PPI और Retail Sales Report
अगर आंकड़े कमजोर आते हैं →
फेड रेट कट की संभावना बढ़ेगी → शेयर बाजार चढ़ेंगे।
अगर आंकड़े मजबूत आते हैं →
महंगाई चिंता बढ़ेगी → बाजार दबाव में आ सकते हैं।
रूस-यूक्रेन शांति वार्ता
कोई भी सकारात्मक घोषणा यूरोपीय बाजारों के लिए बड़ा बूस्टर बन सकती है।
कमोडिटी कीमतों में उतार-चढ़ाव
तेल और गैस की कीमतें यूरोपीय अर्थव्यवस्था पर भारी प्रभाव डालती हैं।
वैश्विक आर्थिक संकेतक
जापान, चीन और ब्रिटेन से आने वाले डेटा भी बाजार की दिशा तय करेंगे।


