Jio Financial और Wipro के तिमाही नतीजे घोषित – मुनाफा बढ़ा, निवेशकों के लिए क्या है संकेत?

“Jio और Wipro की कमाई में बढ़त – निवेशकों के लिए संकेत क्या हैं?”

Dev
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Jio Financial और Wipro के तिमाही नतीजे 2025: जानें मुनाफा, राजस्व और रणनीति

भारतीय शेयर बाज़ार में तिमाही नतीजों का दौर चल रहा है और इस बार चर्चा में हैं दो बड़ी कंपनियाँ – Jio Financial Services और IT सेक्टर की दिग्गज कंपनी Wipro। दोनों ही कंपनियों ने वित्तीय वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही (Q1FY26) के नतीजे जारी कर दिए हैं और इन आंकड़ों से निवेशकों को आने वाले समय की रणनीति को समझने में मदद मिल सकती है।

आइए जानते हैं दोनों कंपनियों के प्रदर्शन और प्रमुख बिंदुओं के बारे में विस्तार से।

Jio Financial Services Q1FY26 Results – धीरे लेकिन स्थिर ग्रोथ

मुकेश अंबानी की अगुवाई वाली Jio Financial Services ने वित्त वर्ष 2025-26 की पहली तिमाही में ₹325 करोड़ का कंसॉलिडेटेड नेट प्रॉफिट दर्ज किया है। यह पिछले साल की इसी तिमाही की तुलना में 3.8% की ग्रोथ को दर्शाता है, जब कंपनी का मुनाफा ₹313 करोड़ था।

राजस्व में 47% की ज़बरदस्त बढ़त

Jio Financial ने इस तिमाही में ₹612 करोड़ का रेवेन्यू हासिल किया है, जो पिछली साल की इसी तिमाही (₹418 करोड़) से 47% अधिक है। इतना ही नहीं, यह जनवरी-मार्च (Q4FY25) की तिमाही में हुए ₹493 करोड़ से भी 24% ज्यादा है।

खर्चों में भी तेज़ी

जहाँ आय में बढ़ोतरी हुई, वहीं कंपनी के खर्चे भी बढ़े हैं। इस तिमाही में कुल खर्च ₹261 करोड़ रहा, जो Q4FY25 के ₹169 करोड़ और Q1FY25 के ₹79.35 करोड़ से काफी अधिक है। इसमें फाइनेंस कॉस्ट, कर्मचारियों के लाभ, और अन्य खर्चे शामिल हैं।

ब्याज आय और सर्विस इनकम में सुधार

ब्याज आय (Interest Income): ₹363 करोड़
(Q4FY25 में ₹276 करोड़ और Q1FY25 में ₹162 करोड़)

फीस, कमीशन व अन्य सेवा आय: ₹53 करोड़
(Q4FY25 में ₹39 करोड़ और Q1FY25 में ₹38 करोड़)

शेयर बाज़ार में हल्की गिरावट

Jio Financial के नतीजों की घोषणा बाज़ार बंद होने के बाद हुई। नतीजों से पहले कंपनी के शेयर ₹319 पर बंद हुए, जिसमें ₹0.55 या 0.17% की मामूली गिरावट दर्ज की गई।

Wipro Q1 FY25 Results – IT सेक्टर में स्थिरता और AI की ओर रुख

वहीं IT सेक्टर की दिग्गज कंपनी Wipro ने जून तिमाही (Q1 FY25) में ₹3,336.5 करोड़ का शुद्ध लाभ (Net Profit) दर्ज किया है। यह पिछले साल की इसी तिमाही के मुकाबले 9.8% की बढ़त है। पिछली साल कंपनी ने ₹3,036.6 करोड़ का मुनाफा दर्ज किया था।

राजस्व में मामूली वृद्धि

कंपनी का कुल कंसॉलिडेटेड रेवेन्यू ₹22,134.6 करोड़ रहा, जो पिछले साल की तिमाही के ₹21,963.8 करोड़ से थोड़ा ज़्यादा है। यानी कंपनी की टॉपलाइन में स्थिरता देखने को मिल रही है।

CEO का बयान: “AI अब प्रयोग नहीं, रणनीति का हिस्सा है”

Wipro के CEO श्रीनी पलिया ने कहा कि इस तिमाही में वैश्विक आर्थिक अनिश्चितताओं के चलते ग्राहक लागत-कटौती और ऑपरेशनल एफिशिएंसी पर ज़्यादा ध्यान दे रहे हैं। उन्होंने बताया कि इस दौरान कंपनी ने 16 बड़े सौदे (Large Deals) साइन किए, जिनमें दो “मेगा डील्स” भी शामिल हैं।

AI को लेकर पलिया ने कहा – “AI अब एक्सपेरिमेंट नहीं है, यह क्लाइंट्स की रणनीति का केंद्र बन चुका है, और हम इसके ज़रिए स्केल पर प्रभाव दिखा रहे हैं।”

Q2 FY25 के लिए Wipro की गाइडेंस

Wipro ने अगले तिमाही (Q2 FY25) के लिए -1% से 1% की ग्रोथ रेंज दी है (Constant Currency Terms में)। कंपनी की IT सर्विसेज़ रेवेन्यू $2,560 मिलियन से $2,612 मिलियन के बीच रहने की उम्मीद है।

शेयरों में हल्की गिरावट

Wipro के शेयर 0.93% की गिरावट के साथ ₹260.25 पर बंद हुए।

निवेशकों के लिए क्या है संकेत?

दोनों कंपनियों के नतीजे यह संकेत देते हैं कि:

Jio Financial एक स्थिर लेकिन फोकस्ड ग्रोथ ट्रैक पर है। खासकर उनकी ब्याज आय और सर्विस इनकम में निरंतर सुधार हो रहा है।

Wipro में ऑपरेशनल स्थिरता बनी हुई है, लेकिन टॉपलाइन ग्रोथ अभी धीमी है। हालांकि कंपनी की AI और बड़ी डील्स में रुचि भविष्य में बेहतर प्रदर्शन का संकेत दे सकती है।

निष्कर्ष: दीर्घकालिक निवेशकों के लिए क्या रणनीति हो?
Jio Financial की ग्रोथ को देखते हुए, अगर आप फाइनेंस सेक्टर में निवेश के इच्छुक हैं, तो यह स्टॉक लंबी अवधि में अच्छे रिटर्न दे सकता है। हालांकि, बढ़ते खर्चों को भी नजरअंदाज न करें।

Wipro की तरफ से फिलहाल धीमी ग्रोथ और फ्लैट गाइडेंस है, लेकिन AI पर ज़ोर और बड़ी डील्स कंपनी को Q3-Q4 में रफ्तार दे सकती हैं। IT सेक्टर में लंबी अवधि के निवेशकों के लिए यह एक स्थिर विकल्प हो सकता है।

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