KTM, ऑस्ट्रिया की मशहूर मोटरसाइकिल कंपनी, पिछले एक साल से मुश्किल दौर से गुज़र रही है। लेकिन Bajaj Auto, जो अब KTM की मेजॉरिटी ओनर है, ने इसके लिए नई रणनीति बनाई है। Web:0, Web:1, Web:2 के मुताबिक, Bajaj Auto के CEO Rajiv Bajaj ने CNBC-TV18 को दिए साक्षात्कार में KTM के भविष्य पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा कि यूरोप में मैन्युफैक्चरिंग “मृत” है और KTM को लागत कम करने के लिए प्रोडक्शन एशिया, खासकर भारत, में शिफ्ट करना होगा। X पर #KTM और #BajajAuto ट्रेंड कर रहे हैं। आइए, Rajiv Bajaj के बयान, KTM की रणनीति, और इसके असर को विस्तार से समझें।
KTM की मुश्किलें: एक साल का तूफान
Web:2, Web:3 के अनुसार, KTM ने 2024 में भारी वित्तीय संकट का सामना किया। Pierer Mobility AG, KTM की पैरेंट कंपनी, ने दिसंबर 2024 में €1.8-2.2 बिलियन के कर्ज़ की बात स्वीकारी। Web:2 में बताया गया कि 2022 के बाद 70,000 से ज़्यादा मोटरसाइकिल्स अनसोल्ड थीं, और 2024 के अंत तक यह संख्या 182,000 तक पहुँच गई। KTM के CEO Gottfried Neumeister ने मई 2025 में डीलर्स को बताया कि उनके पास और डीलर्स के पास कुल 270,000 अनसोल्ड बाइक्स थीं।
Web:8, Web:9 के मुताबिक, Bajaj Auto ने KTM को बचाने के लिए €800 मिलियन का फंडिंग पैकेज दिया, जिसमें €200 मिलियन पहले और €600 मिलियन मई 2025 में शामिल हैं। यह फंडिंग KTM को दिवालिया होने से बचाने और प्रोडक्शन रीस्टार्ट करने के लिए थी।
Rajiv Bajaj का बयान: “यूरोप में मैन्युफैक्चरिंग मृत है”
Web:0, Web:2 के अनुसार, Rajiv Bajaj ने CNBC-TV18 के Parikshit Luthra को बताया कि मोटरसाइकिल इंडस्ट्री दो हिस्सों में बँटी है: वॉल्यूम-सेलर (350cc और उससे कम) और प्रीमियम लाइफस्टाइल ब्रांड्स (जैसे KTM, Triumph, Ducati)। Bajaj Auto पहले हिस्से में मज़बूत है, लेकिन Triumph 400 और KTM 390 की सफलता ने इसे प्रीमियम सेगमेंट में भी स्थापित किया।
Rajiv Bajaj ने कहा, “हमें KTM ब्रांड को उसकी मूल पहचान पर लाना होगा। बहुत ज़्यादा कैटेगरीज़ और सेगमेंट्स में विस्तार से ब्रांड की पहचान कमज़ोर हुई है। इससे SKU (स्टॉक कीपिंग यूनिट्स) की संख्या बढ़ी, जिसने R&D से लेकर डीलर वर्कशॉप तक सबकुछ जटिल कर दिया।” Web:0 के मुताबिक, उनकी रणनीति है:
ब्रांड रीस्टोर करना: KTM को इसके कोर सेगमेंट पर फोकस करना।
लागत कम करना: यूरोप की हाई-कॉस्ट मैन्युफैक्चरिंग को एशिया, खासकर भारत, में शिफ्ट करना।
उन्होंने कहा, “यूरोप में मैन्युफैक्चरिंग मृत है। Triumph ने 15 साल पहले अपना प्रोडक्शन थाईलैंड में शिफ्ट कर दिया। अगर Triumph ऐसा कर सकता है, तो KTM क्यों नहीं?” Web:0 में यह भी बताया गया कि भारत में बने KTM मॉडल्स, जो 80+ देशों में एक्सपोर्ट होते हैं, Bajaj को 30% से ज़्यादा EBITDA मार्जिन देते हैं।
भारत में KTM की ताकत
Web:0, Web:5 के मुताबिक, Bajaj Auto भारत में KTM के सिंगल-सिलेंडर मॉडल्स, जैसे KTM 390, बनाता और एक्सपोर्ट करता है। भारत की कॉस्ट-कम्पेटिटिव सप्लाई चेन और कुशल सप्लायर्स की वजह से ये मॉडल्स ग्लोबली सफल हैं। Web:1 में बताया गया कि Bajaj अब KTM की ग्लोबल ऑपरेशन्स को अपने डच सब्सिडियरी Bajaj Auto International Holdings BV (BAIHBV) के ज़रिए कंट्रोल करेगा।
Web:7 के अनुसार, Bajaj का €800 मिलियन निवेश KTM के ऑस्ट्रियाई प्लांट्स (Mattighofen और Munderfing) को सपोर्ट करेगा, लेकिन प्रोडक्शन को भारत में शिफ्ट करने की रणनीति लागत कम करने और प्रॉफिट बढ़ाने के लिए है। Post:6 में एक यूज़र ने लिखा, “Bajaj Auto ने KTM को बचा लिया, और अब भारत में KTM का भविष्य उज्ज्वल है। #KTMBajaj”
Triumph का उदाहरण: एक प्रेरणा
Web:0, Web:2 में Rajiv Bajaj ने Triumph का ज़िक्र किया, जिसने 2010 के दशक में अपना प्रोडक्शन थाईलैंड में शिफ्ट किया। Web:0 में एडिटर नोट के मुताबिक, Triumph ने 2020 तक ज़्यादातर प्रोडक्शन थाईलैंड में स्थानांतरित कर दिया, सिवाय कुछ लिमिटेड-एडिशन TFC मॉडल्स के। Bajaj ने कहा, “अगर Triumph ऐसा कर सकता है, तो KTM भी भारत में प्रोडक्शन शिफ्ट कर सकता है।”
Web:5 के मुताबिक, Bajaj और Triumph की पार्टनरशिप ने Triumph 400 रेंज को हिट बनाया, और यही मॉडल KTM के लिए अपनाया जा सकता है। Post:7 में एक फैन ने लिखा, “Bajaj की रणनीति सही है। भारत में KTM 390 की सफलता इसका सबूत है। #BajajAuto”
KTM का भविष्य: नई रणनीति
Web:0, Web:11 के अनुसार, Rajiv Bajaj ने KTM के सीनियर मैनेजमेंट के साथ मीटिंग में दो मुख्य बिंदुओं पर ज़ोर दिया:
ब्रांड रीफोकस: KTM को अपने कोर प्रीमियम सेगमेंट पर लौटना होगा, ताकि ब्रांड की पहचान मज़बूत हो।
कॉस्ट रीसेट: भारत और एशिया की कॉस्ट-इफेक्टिव मैन्युफैक्चरिंग का फायदा उठाना।
Web:10 में बताया गया कि Bajaj और KTM एक रिवाइवल प्लान पर काम कर रहे हैं, जिसमें नए प्रोडक्ट लॉन्च और ग्लोबल पार्टनरशिप्स शामिल हैं। Rajiv Bajaj ने यह भी खुलासा किया कि Bajaj एक ट्विन-सिलेंडर इंजन पर काम कर रहा है, जो मौजूदा KTM और Bajaj बाइक्स से बड़ा होगा। यह इंजन अगले साल तक लॉन्च हो सकता है।
X पर रिएक्शन्स
X पर इस खबर ने चर्चा छेड़ दी:
“Rajiv Bajaj का बयान सही है। भारत में KTM का प्रोडक्शन लागत कम करेगा और ब्रांड को बचाएगा। #KTMBajaj”
“यूरोप में मैन्युफैक्चरिंग खत्म? KTM के लिए भारत नया हब बनेगा। #BajajAuto”
“KTM 390 भारत में बनता है और ग्लोबली हिट है। Bajaj सही दिशा में जा रहा है।”
कुछ यूज़र्स ने चिंता जताई: “ऑस्ट्रिया में KTM की जॉब्स का क्या होगा? #KTM”
भारत और ग्लोबल मार्केट में असर
Web:5, Web:13 के मुताबिक, Bajaj की रणनीति KTM को ग्लोबल मार्केट में मज़बूत करेगी। भारत में बने KTM मॉडल्स पहले से ही 80+ देशों में एक्सपोर्ट होते हैं। Web:0 में Rajiv Bajaj ने “Trump Tariffs” का ज़िक्र किया, जो एक्सपोर्ट्स को प्रभावित कर सकते हैं, लेकिन भारत की कॉस्ट-कम्पेटिटिवनेस इसे बचा सकती है। Web:10 में बताया गया कि Bajaj का फोकस KTM के एक्सपोर्ट्स को बढ़ाने और नए मार्केट्स में विस्तार करने पर है।