Ek Duuje Ke Liye के बाद राकेश बेदी को मिली थीं मौत की धमकियां
जैसे-जैसे फिल्म Dhurandhar बॉक्स ऑफिस पर मजबूत प्रदर्शन कर रही है, वैसे-वैसे दिग्गज अभिनेता राकेश बेदी अपने फिल्मी सफर के उन पन्नों को भी याद कर रहे हैं, जो आसान नहीं थे। हाल ही में एक इंटरव्यू में उन्होंने अपने करियर के शुरुआती दौर से जुड़ा एक चौंकाने वाला किस्सा साझा किया, जब सुपरहिट फिल्म Ek Duuje Ke Liye के बाद उन्हें जान से मारने की धमकियां मिलने लगी थीं।
यह खुलासा उन्होंने Pinkvilla से बातचीत के दौरान किया, जहां उन्होंने बताया कि उस समय दर्शक फिल्मों को केवल मनोरंजन नहीं, बल्कि हकीकत की तरह महसूस करते थे।
‘मेरे किरदार की वजह से हीरो-हीरोइन मरे’
राकेश बेदी ने बताया कि Ek Duuje Ke Liye में उनका किरदार कहानी का अहम मोड़ था, जिसकी वजह से फिल्म का दुखद अंत हुआ।
उन्होंने कहा,
“आपको पता है, Ek Duuje Ke Liye के बाद मुझे death threats आए थे। क्योंकि वो दोनों hero-heroine की death… मेरे वजह से हुई थी।”
बेदी ने आगे स्पष्ट किया कि फिल्म में उनका किरदार गलतफहमी पैदा करता है, जो आखिरकार नायक-नायिका की मौत का कारण बनता है।
“फिल्म में मैं भी लड़की से प्यार करता था और उसी वजह से misunderstanding create करता हूं। वो किरदार villainous था, लेकिन उसमें humour भी था। उसी के कारण वो tragedy हुई।”
जब सिनेमा और हकीकत की लकीर मिट जाती थी
राकेश बेदी के मुताबिक, आज के दौर में दर्शक फिल्मों को समझदारी से देखते हैं, लेकिन उस समय भावनाएं बेहद उग्र होती थीं।
“वो ज़माना एक frenzy का था। लोग फिल्म को दिल से जीते थे। किरदार और एक्टर में फर्क नहीं करते थे।”
उनका मानना है कि यही वजह थी कि उन्हें व्यक्तिगत तौर पर धमकियों का सामना करना पड़ा, क्योंकि लोग उनके किरदार से इतनी नफरत करने लगे थे कि उसे असल ज़िंदगी से जोड़ बैठे।
Dhurandhar ने लौटाई वही पुरानी Frenzy
राकेश बेदी ने मौजूदा समय की फिल्मों की तुलना करते हुए कहा कि आजकल वह दीवानगी कम देखने को मिलती है, लेकिन Dhurandhar ने दर्शकों के बीच फिर से वही जुनून पैदा किया है।
“आजकल वो frenzy create नहीं होती, लेकिन Dhurandhar ने वो frenzy create की है।”
उनके मुताबिक, फिल्म को लेकर दर्शकों की प्रतिक्रियाएं, चर्चाएं और भावनात्मक जुड़ाव उन्हें पुराने दौर की याद दिलाते हैं।
कास्टिंग को लेकर भी झेला दबाव
इंटरव्यू में राकेश बेदी ने एक और अहम खुलासा किया। उन्होंने बताया कि Dhurandhar में उन्हें कास्ट करने को लेकर मेकर्स पर दबाव था कि उनके बजाय किसी बड़े स्टार को लिया जाए।
“मेकर्स से कहा गया था कि मेरे रोल के लिए Rakesh Bedi को मत लो, किसी बड़े और well-known actor को लो।”
यह दबाव इंडस्ट्री की उस सोच को दर्शाता है, जहां कई बार अनुभव और अभिनय क्षमता से ज्यादा स्टार वैल्यू को प्राथमिकता दी जाती है।
Aditya Dhar ने दिखाया भरोसा
राकेश बेदी ने Dhurandhar के निर्देशक आदित्य धर की जमकर तारीफ की। उन्होंने बताया कि निर्देशक ने किसी भी तरह के दबाव में आए बिना अपने फैसले पर भरोसा बनाए रखा।
“डायरेक्टर ने अपनी conviction नहीं बदली। उन्होंने कहा कि भले ही और लोग बड़े नाम हों, लेकिन वो इस रोल को उस तरह नहीं निभा पाएंगे, जैसे मैं निभा सकता हूं।”
बेदी के अनुसार, यही विश्वास किसी कलाकार के लिए सबसे बड़ी ताकत होता है।
Jameel Jamali के किरदार को मिली सराहना
Dhurandhar में राकेश बेदी Jameel Jamali, एक सीनियर पाकिस्तानी पॉलिटिशियन की भूमिका निभा रहे हैं।
यह किरदार:
-
परतदार है
-
संवादों में वजन रखता है
-
और कहानी को मजबूती देता है
दर्शकों और समीक्षकों, दोनों ने उनके अभिनय की जमकर तारीफ की है।
SamaypeNews का विश्लेषण
राकेश बेदी का यह अनुभव बताता है कि:
-
एक दौर ऐसा था जब सिनेमा लोगों की भावनाओं पर सीधा असर डालता था
-
कलाकारों को किरदार के कारण निजी जीवन में भी कीमत चुकानी पड़ती थी
आज के डिजिटल युग में जहां दर्शक ज्यादा जागरूक हैं, वहीं Dhurandhar जैसी फिल्में यह साबित करती हैं कि दमदार कहानी और अभिनय आज भी वही पुरानी Frenzy जगा सकते हैं।
निष्कर्ष
राकेश बेदी की कहानी सिर्फ एक अभिनेता की नहीं, बल्कि उस दौर की है जब:
-
फिल्में जुनून बन जाती थीं
-
किरदार हकीकत समझ लिए जाते थे
-
और सिनेमा समाज पर गहरा असर डालता था
Dhurandhar की सफलता के साथ उनकी ये यादें यह बताती हैं कि सच्चा अभिनय और सशक्त कहानी समय की सीमाओं से परे होती है।
Disclaimer:
यह लेख मीडिया रिपोर्ट्स और इंटरव्यू पर आधारित है। SamaypeNews किसी भी दावे की व्यक्तिगत पुष्टि नहीं करता।
