Stock Market Today: Sensex Down ~148 Points, Nifty Near 25,550 – Asian Paints, M&M Shine

“रियल्टी और PSU बैंक लीड करते हुए बाजार में हल्की चम्मच — निफ्टी-सेन्सेक्स ट्रेडिंग में संयम”

Dev
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“03 नवंबर 2025: Sensex और Nifty ने सीमित बढ़त के साथ बंद किया, रियल्टी व PSU बैंक शेयरों में मज़बूती दिखी।”आज का स्टॉक मार्केट

Market Opening, Key Indices Performance

आज भारतीय शेयर बाजार में शुरुआती रुझान सकारात्मक था: सेंसेक्स खुलते ही लगभग 280 अंक ऊपर चला गया, और निफ्टी 50 25,600 के ऊपर खुलकर कारोबार करने लगा।
लेकिन दिन के अंत में बाजार ने पलटी लेते हुए गिरावट दिखाई—सेंसेक्स करीब 148 अंक नीचे बंद हुआ और निफ्टी 50 लगभग 25,550 के स्तर पर रहा।

Top 3 Gainers / Losers with Reasons

  • Asian Paints: आज का सबसे बड़ा गेनर रहा, लगभग +4.8% की तेजी दर्ज की गई। इसकी मजबूत प्रदर्शन की वजह से पेंट सेक्टर में निवेशकों की दिलचस्पी बढ़ी।

  • Mahindra & Mahindra (M&M): करीब +1.7% की बढ़त के साथ यह स्वचालन और ऑटो सेक्टर की अच्छी बॉन्डिंग दिखा रहा है।

  • InterGlobe Aviation: एयरलाइन शेयरों में भी मजबूती रही, यह करीब +1.5% तक उभरा।

    Losers:

  • Hindalco Industries: सबसे बड़ी गिरावट में से एक, करीब -6.3%, क्योंकि इसके यूएस सब्सिडियरी Novelis ने कैपेक्स बढ़ाने का संकेत दिया, जिससे मार्जिन और कैश-फ्लो को लेकर चिंता बढ़ी।

  • Grasim Industries: लगभग -5.9% की गिरावट रही। Grasim की पेंट यूनिट के सीईओ के इस्तीफे की खबर ने निवेशकों को चिंतित किया।

Sector Performance (IT, Banking, Pharma)

आज के सत्र में अधिकांश सेक्टर्स में मिलीजुली चाल दिखी। खासकर ऑटो और एफएमसीजी सेक्टर में ताकत नजर आई, जैसा शुरुआती रुझानों में था।
कुछ रिपोर्ट्स के मुताबिक बैैंकिंग और मेटल सेक्टर में बेचवाई रही, जिससे इंडेक्स को दबाव मिला।
आईटी और फार्मा सेक्टर की बात करें तो, बाजार अपडेट्स में इन सेक्टरों की प्रदर्शन को सीमित लेकिन स्थिर बताया गया — बड़े उछाल नहीं, लेकिन बड़े नुकसान भी नहीं।

Expert Outlook for Tomorrow

विश्लेषकों की राय में, अगर कंपनियों की तिमाही (Q2) रिपोर्ट सकारात्मक बनी रही, तो बाजार में कल फिर से रैली की संभावना है। जैसा कि कुछ विशेषज्ञ कह रहे हैं, “यदि तिमाही मुनाफे में सुधार दिखे और वैश्विक असमर्थता कम हो, तो निवेशक फिर से उत्साहित होंगे।”
इसके अलावा, MSCI इंडेक्स में भारतीय कंपनियों की भागीदारी से विदेशी प्रवाह (फॉरेन इन्वेस्टर्स) बढ़ सकता है, जिससे बाजार को अगले कुछ सत्रों में सहारा मिल सकता है। 
हालांकि सावधानी की भी गुंजाइश है — यदि कुछ सेक्टरों में Selling Pressure जारी रहता है या वैश्विक आर्थिक संकेतों में नकारात्मकता बढ़ती है, तो बाजार में केही समेकन (consolidation) की भी संभावना हो सकती है।

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