Market opening, Key Indices Performance
24 अक्टूबर 2025 को भारतीय शेयर बाजार में सुबह-सुबह ही मुनाफाबुकिंग की शुरुआत नजर आई। एक लंबे रैली के बाद निवेशकों ने अपने मुनाफे को सुरक्षित करना शुरू कर दिया।
BSE Sensex इस दौरान करीब 344 अंक गिर गया और बंद हुआ 84,532.09 पर।
वहीं, NSE Nifty50 लगभग 0.01% नीचे गया और बंद हुआ 25,889.95 पर।
यह गिरावट पिछले दिन की लगातार तेजी को एक तरह से रोकने का संकेत देती है, जहां निवेशकों ने मुनाफा निकालना शुरू कर दिया है।
Top 3 Gainers / Losers और उनके कारण
टॉप गेनर्स
मेटल सेक्टर: कुछ मेटल स्टॉक्स में खरीददारी देखी गई क्योंकि निवेशकों ने ग्लोबल ट्रेड ख़त्म होने की उम्मीद में मेटल सेक्टर को अवसर माना।
डिफेंस कंपनियाँ: सुरक्षा खरीद में तेजी और मामलों में सरकारी खरीद की उम्मीद ने कुछ डिफेंस शेयरों को ऊपर धकेला।
बड़े बैंक / फाइनेंशियल स्टॉक्स: कुछ वित्तीय शेयरों में धीरे-धीरे रिकवरी और भरोसा दिखा, क्योंकि निवेशकों ने लाभ लेने के साथ-साथ पुनर्निवेश की रणनीति भी अपनाई।
टॉप लूज़र्स
FMCG कंपनियाँ: मुनाफाबुकिंग के कारण कई FMCG शेयरों में गिरावट आई है।
IT सेक्टर: टेक्नोलॉजी शेयरों ने दबाव महसूस किया; निवेशकों ने इन शेयरों से कुछ पैसा सुरक्षित करना शुरू किया।
कुछ PSU और बैंक शेयर: विशिष्ट बैंकिंग स्टॉक्स में मुनाफाबुकिंग और विदेशी निवेशकों की निकासी के कारण नुकसान देखने को मिला।
Sector Performance (IT, Banking, Pharma)
बैंकिंग और वित्तीय सेक्टर: बैंकिंग सेक्टर में आजmixed प्रतिक्रिया रही। कुछ बैंक शेयरों में पकड़ बनी रही, लेकिन मुनाफाबुकिंग ने कुछ अन्य शेयरों को दबाया।
आईटी सेक्टर: आईटी कंपनियों पर दबाव रहा क्योंकि वैश्विक अनिश्चितताएं और टेक्नोलॉजी कॉन्ट्रैक्ट्स से जुड़े सवालों ने निवेशकों को सतर्क कर दिया।
फार्मा / हेल्थकेयर: फार्मा सेक्टर में भी मिश्रित रुख रहा — कुछ कंपनियों में अच्छे डील्स और निवेश की उम्मीद बनी हुई है, लेकिन मुनाफाबुकिंग का भी असर दिखा।
अन्य सेक्टरों में मेटल और डिफेंस ने आज बेहतर प्रदर्शन दिखाया, जबकि FMCG में कमजोरी रही।
Expert Outlook for Tomorrow
विश्लेषकों का मानना है कि यह मुनाफाबुकिंग संक्षिप्त है, और यदि निवेशक सावधानी रखें तो बाजार फिर से तेजी की ओर लौट सकता है।
कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि:
“निवेशक इस स्तर पर मुनाफा निकालने के बाद फिर से चुनिंदा स्टॉक्स में प्रवेश कर सकते हैं, खासकर बैंकिंग और मेटल सेक्टर में।”
दूसरे विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि यदि मुनाफाबुकिंग जारी रही, तो संभावित रोटेशन हो सकता है, जहां निवेशक रिटायर्ड हाई-वैल्यू स्टॉक्स से कुछ हिस्से को निकाल कर छोटे या मिड-क्याप शेयरों में लगा सकते हैं।
वैश्विक संकेतों पर भी नज़र बनी रहनी चाहिए — यदि ग्लोबल ट्रेड तनाव फिर से बढ़े या विदेशी निवेशकों का रवैया बदल जाए, तो बाजार में फिर से उतार-चढ़ाव दिख सकता है।
निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे लॉन्ग-टर्म इन्वेस्टमेंट दृष्टिकोण रखें, और स्पाइक पर मुनाफा लेने के साथ-साथ अगले चरण के लिए रणनीति तैयार करें।
