TCS ने 4.5-7% सैलरी हाइक का ऐलान किया: टॉप परफॉर्मर्स को 10% से ज्यादा, लेकिन 12,000 जॉब्स कट भी

TCS का डबल गेम: सैलरी हाइक के साथ जॉब कट्स!

Dev
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TCS ने सैलरी हाइक और जॉब कट्स का ऐलान कर मचाया हंगामा।TCS Salary Hikes 2025

भारत की सबसे बड़ी IT सर्विसेज कंपनी Tata Consultancy Services (TCS) ने अपने कर्मचारियों के लिए 4.5-7% सैलरी हाइक का ऐलान किया है, जो 1 सितंबर 2025 से लागू हो गया है। लेकिन इस खुशखबरी के साथ एक ट्विस्ट भी है—कंपनी 12,000 कर्मचारियों की छंटनी भी कर रही है। यह खबर X पर #TCSHike और #TCSLayoffs ट्रेंड कर रही है, और कर्मचारी से लेकर निवेशक तक इसे लेकर चर्चा में हैं। आइए, इस डबल न्यूज़ की पूरी कहानी, TCS की स्ट्रैटेजी, और इसके IT इंडस्ट्री पर असर को समझते हैं।

TCS सैलरी हाइक: क्या है डिटेल्स?

TCS ने 1 सितंबर 2025 से अपने 80% कर्मचारियों के लिए सैलरी हाइक रोल आउट करना शुरू किया। सोमवार देर शाम से कर्मचारियों को इन्क्रीमेंट लेटर्स मिलने शुरू हुए। सूत्रों के मुताबिक, यह हाइक जूनियर और मिड-लेवल कर्मचारियों (C1, C2, और C3A ग्रेड्स) के लिए है, जिनका CTC ₹15-35 लाख सालाना है। टॉप परफॉर्मर्स को 10% से ज्यादा का इन्क्रीमेंट मिला है।

हालाँकि, यह हाइक पिछले चार सालों में सबसे कम है। FY24 में TCS ने 7-9% और FY23 में 6-9% हाइक दिया था, जबकि FY22 में यह 10.5% था। X पर एक यूज़र ने लिखा, “4.5-7% हाइक? इन्फ्लेशन के सामने ये क्या मजाक है!” दूसरी ओर, टॉप परफॉर्मर्स को मिला डबल-डिजिट हाइक कुछ कर्मचारियों के लिए राहत की बात है।

जॉब कट्स का शॉक

सैलरी हाइक की खुशी ज्यादा देर नहीं टिकी, क्योंकि TCS ने 2% वर्कफोर्स (लगभग 12,000 कर्मचारी) की छंटनी का भी ऐलान किया। यह मिड और सीनियर-लेवल कर्मचारियों को प्रभावित करेगा। कंपनी इसे “फ्यूचर-रेडी ऑर्गनाइज़ेशन” बनने की रणनीति का हिस्सा बता रही है, जिसमें AI, क्लाउड, और नई टेक्नोलॉजीज़ पर फोकस है।

जून 2025 तक TCS की कुल वर्कफोर्स 6,13,069 थी। लेकिन जॉब कट्स और 13.8% की हाई अट्रिशन रेट (पिछले क्वार्टर से 13.3%) ने कर्मचारियों में बेचैनी बढ़ा दी है। X पर एक कर्मचारी ने लिखा, “सैलरी बढ़ा रहे हो, लेकिन जॉब्स काट रहे हो? ये कैसी स्ट्रैटेजी है?”

क्यों आया यह बदलाव?

TCS का यह कदम IT इंडस्ट्री की मौजूदा चुनौतियों का नतीजा है। ग्लोबल मैक्रोइकनॉमिक अनिश्चितताएँ, US ट्रेड टैरिफ्स, और AI-लेड डिसरप्शन्स ने क्लाइंट्स के डिसीजन-मेकिंग को धीमा कर दिया है। Q1 FY26 में TCS का रेवेन्यू 3.1% (कॉन्स्टेंट करेंसी में) घटा, और प्रॉफिट में भी 3.3% की गिरावट आई।

कंपनी ने अप्रैल 2025 में सैलरी हाइक टालने का ऐलान किया था, क्योंकि “मार्केट कंडीशन्स हेज़ी” थीं। CHRO Milind Lakkad ने कहा था, “हम बिज़नेस के आधार पर हाइक का फैसला करेंगे।” अब सितंबर में हाइक का ऐलान हुआ, लेकिन यह रेट्रोस्पेक्टिव नहीं होगा, यानी अप्रैल-अगस्त का बैकपे नहीं मिलेगा।

TCS की रणनीति: AI और फ्यूचर-रेडी

TCS अपनी वर्कफोर्स को AI और नई टेक्नोलॉजीज़ के लिए रीस्किल कर रही है। कंपनी ने जून में नई बेंच पॉलिसी लागू की, जिसमें कर्मचारियों को साल में 35 दिन से ज्यादा बिना प्रोजेक्ट नहीं रहने दिया जाएगा। साथ ही, मिड और सीनियर-लेवल पर लेटरल हायरिंग फ्रीज़ कर दी गई है।

CEO K Krithivasan ने कहा, “हम AI और क्लाउड में निवेश कर रहे हैं। क्लाइंट्स अब ROI-लेड AI सॉल्यूशन्स चाहते हैं।” TCS ने AI सेंटर्स ऑफ एक्सीलेंस और GenAI-as-a-Service प्लेटफॉर्म्स लॉन्च किए हैं। लेकिन यह ट्रांज़िशन कर्मचारियों के लिए मुश्किल साबित हो रहा है।

IT इंडस्ट्री में क्या हो रहा है?

TCS अकेली नहीं है जो इस रास्ते पर है।

  • Infosys: 5-8% हाइक की योजना, मार्च 2025 तक लेटर्स जारी होंगे।

  • HCLTech: अक्टूबर में हाइक रोल आउट करेगी।

  • Wipro और Tech Mahindra: अभी हाइक पर फैसला नहीं।

Nvidia के CEO Jensen Huang ने कहा, “AI प्रोडक्टिविटी बढ़ाएगा, लेकिन जॉब्स कम नहीं करेगा।” लेकिन TCS के जॉब कट्स इस दावे पर सवाल उठाते हैं। X पर एक क्रिटिक ने लिखा, “AI कर्मचारियों की जगह ले रहा है, और कंपनियाँ इसे ‘ऑप्टिमाइज़ेशन’ कह रही हैं।”

फाइनेंशियल इम्पैक्ट

TCS का स्टॉक 2 सितंबर को ₹3,019.40 पर ट्रेड कर रहा था, जो पिछले महीने से 11.5% कम है।

  • मार्केट कैप: ₹10.9 लाख करोड़।

  • P/E रेशियो: 32.4।

  • Q1 रेवेन्यू: ₹62,613 करोड़, 3.1% YoY गिरावट।

हाइक और जॉब कट्स ने निवेशकों में मिश्रित प्रतिक्रियाएँ पैदा की हैं। कुछ इसे कॉस्ट ऑप्टिमाइज़ेशन मान रहे हैं, तो कुछ कर्मचारी मorale पर सवाल उठा रहे हैं।

कर्मचारियों का रिएक्शन

X पर कर्मचारियों ने मिश्रित प्रतिक्रियाएँ दी हैं। एक यूज़र ने लिखा, “4.5% हाइक इन्फ्लेशन को बीट नहीं करता, लेकिन जॉब बचा रहे, वही काफी है।” दूसरी ओर, एक अन्य ने कहा, “12,000 जॉब्स कट? TCS को कर्मचारियों की कद्र नहीं।”

कर्नाटक और केंद्र के लेबर डिपार्टमेंट्स TCS की छंटनी और लेटरल हायरिंग डिले पर जाँच कर रहे हैं। कर्मचारी यूनियनों ने भी विरोध शुरू किया है।

निवेशकों के लिए टिप्स

  • TCS स्टॉक: शॉर्ट-टर्म में अस्थिरता, लेकिन लॉन्ग-टर्म में होल्ड करें।

  • IT सेक्टर: Infosys और HCLTech के स्टॉक्स पर नज़र रखें।

  • X डिस्कशन: #TCSHike और #TCSLayoffs पर अपडेट्स चेक करें।

निष्कर्ष
TCS का 4.5-7% सैलरी हाइक और 12,000 जॉब कट्स का फैसला IT इंडस्ट्री में बदलाव का संकेत है। AI और मैक्रोइकनॉमिक चैलेंजेस के बीच TCS का यह कदम कर्मचारियों और निवेशकों के लिए नई चुनौतियाँ लाया है। X पर #TCSHike जॉइन करें और अपनी राय शेयर करें।

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