जुबिन गर्ग का निधन: ‘या अली’ के गायक की सिंगापुर में स्कूबा डाइविंग हादसे में मौत, 52 वर्ष की आयु में

जुबिन गर्ग की विदाई: संगीत की दुनिया में एक युग का अंत!

Dev
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जुबिन गर्ग की याद में।जुबिन गर्ग निधन

क्या संगीत की दुनिया कभी इतनी उदास हो सकती है? समय पे न्यूज़ की खोज के अनुसार, असम के आइकॉनिक गायक जुबिन गर्ग का 20 सितंबर 2025 को सिंगापुर में एक भयानक स्कूबा डाइविंग हादसे में निधन हो गया। मात्र 52 वर्ष की आयु में जुबिन का जाना न केवल असम, बल्कि पूरे भारत के संगीत प्रेमियों के लिए एक गहरा आघात है। ‘या अली’ जैसे हिट गाने से राष्ट्रीय स्तर पर प्रसिद्धि पाने वाले जुबिन ने 40 से अधिक भाषाओं में गीत गाए, और उनकी आवाज़ ने लाखों दिलों को छुआ। आइए जुबिन गर्ग की ज़िंदगी, उनके संघर्षों, और उनकी विरासत को याद करते हैं।

जुबिन गर्ग, जिनका असली नाम जुबिन बोरठाकुर था, का जन्म 1972 में मेघालय में हुआ था। 90 के दशक में उन्होंने अपना स्टेज नाम ‘गर्ग’ रखा, जो उनके गोत्र से प्रेरित था। असम में लोकप्रिय होने के बाद, 2006 में फिल्म गैंगस्टर के गाने ‘या अली’ ने उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर स्टार बना दिया। क्या आपने कभी ‘या अली’ सुनकर सिहरन महसूस की है?

जुबिन गर्ग का निधन: हादसे का विवरण

जुबिन गर्ग सिंगापुर में नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल में परफॉर्म करने के लिए गए थे। 20 सितंबर को वे स्कूबा डाइविंग एक्टिविटी में शामिल हुए, जहाँ एक अचानक हादसे में वे समुद्र में गिर गए। उन्हें तुरंत रेस्क्यू कर ICU में भर्ती किया गया, लेकिन डॉक्टरों की सारी कोशिशों के बावजूद उनका निधन हो गया। असम के कैबिनेट मंत्री अशोक सिंघल ने सोशल मीडिया पर इस दुखद खबर की पुष्टि की। उन्होंने लिखा, “असम ने अपना सबसे प्यारा बेटा खो दिया। जुबिन दा न केवल एक गायक थे, बल्कि असम का गौरव थे। उनकी संगीत ने हमारी संस्कृति और भावनाओं को दुनिया तक पहुँचाया। ओम शांति।”

यह खबर असम और पूरे पूर्वोत्तर भारत में शोक की लहर ला गई। जुबिन का निधन संगीत की दुनिया के लिए अपूरणीय क्षति है।

जुबिन गर्ग की संगीत यात्रा: 90 के दशक से राष्ट्रीय प्रसिद्धि

जुबिन गर्ग की संगीत यात्रा 90 के दशक में असम से शुरू हुई। उन्होंने असमिया, बंगाली, और हिंदी फिल्मों और संगीत उद्योग में काम किया। ‘या अली’ के बाद, उन्होंने ‘सुबह सुबह’, ‘क्या राज़ है’, और कई अन्य हिट गाने दिए। जुबिन ने 40 से अधिक भाषाओं और बोलियों में गाया, जो उनकी बहुमुखी प्रतिभा को दर्शाता है। वे असम के सबसे अधिक कमाई करने वाले गायक थे।

जुबिन की आवाज़ में एक अनोखी मिठास थी, जो दुख और खुशी दोनों को व्यक्त कर सकती थी। असम के लोकगीतों से लेकर बॉलीवुड के रोमांटिक नंबर तक, उनकी रेंज लाजवाब थी। क्या आपका पसंदीदा जुबिन का गाना कौन सा है?

असम के गौरव: जुबिन गर्ग की विरासत

असम के कैबिनेट मंत्री अशोक सिंघल ने कहा, “जुबिन दा असम की धड़कन थे। उनकी संगीत ने पीढ़ियों को खुशी और सांत्वना दी।” पूर्वोत्तर भारत में जुबिन को एक कल्चरल आइकॉन के रूप में देखा जाता था। उन्होंने असम के फेस्टिवल्स और इवेंट्स में परफॉर्म किया, और उनकी गीतों ने स्थानीय संस्कृति को बढ़ावा दिया।

जुबिन ने कई चैरिटी कॉन्सर्ट्स भी किए, और उनकी फाउंडेशन ने युवा कलाकारों को सपोर्ट किया। उनका निधन असम के संगीत को एक बड़ा झटका है।

बॉलीवुड और संगीत जगत की श्रद्धांजलि

बॉलीवुड सितारों ने जुबिन को श्रद्धांजलि दी। शाहरुख खान ने कहा, “जुबिन की आवाज़ अमर रहेगी। ‘या अली’ हमेशा दिलों में बजेगी।” अनुष्का शर्मा ने लिखा, “जुबिन दा, आपकी संगीत ने हमें जोड़ा। ओम शांति।” संगीतकार विशाल दादलानी ने कहा, “जुबिन की रेंज और पैशन अनुकरणीय था।”

पूर्वोत्तर के कलाकारों ने भी शोक व्यक्त किया। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा, “असम ने अपना सबसे बड़ा कलाकार खो दिया।”

हादसे का विवरण और परिवार पर प्रभाव

जुबिन सिंगापुर में नॉर्थ ईस्ट फेस्टिवल में परफॉर्म करने गए थे। स्कूबा डाइविंग के दौरान हादसा हुआ, और उन्हें ICU में भर्ती किया गया। परिवार ने कहा कि वे उनके साथ हैं, और यह खबर ने पूरे परिवार को तोड़ दिया। जुबिन की पत्नी और बच्चे असम में हैं, और वे जल्द सिंगापुर पहुँचेंगे।

जुबिन गर्ग की विरासत: अमर गीत

जुबिन गर्ग की विरासत उनके गीतों में जीवित रहेगी। ‘या अली’ ने 2006 में उन्हें राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दी। इसके बाद ‘सुबह सुबह’ और ‘क्या राज़ है’ जैसे गाने हिट हुए। उन्होंने असमिया लोकगीतों को नई पहचान दी।

जुबिन की 40 भाषाओं में गाने की क्षमता उन्हें अनोखा बनाती थी। वे असम के सबसे अधिक कमाई करने वाले गायक थे, और उनकी फीस लाखों में थी।

प्रशंसकों की प्रतिक्रिया

सोशल मीडिया पर प्रशंसकों ने शोक व्यक्त किया। एक प्रशंसक ने लिखा, “जुबिन दा, आपकी आवाज़ अमर रहेगी। ‘या अली’ हमेशा बजेगी।” असम में कंडल्डेंस मीटिंग्स हो रही हैं।

निष्कर्ष: जुबिन गर्ग निधन संगीत की दुनिया के लिए अपूरणीय क्षति है। उनकी विरासत गीतों में जीवित रहेगी। समय पे न्यूज़ पर ऐसे ही ताज़ा अपडेट्स के लिए बने रहें। नीचे कमेंट करें और बताएँ कि आपका पसंदीदा जुबिन का गाना कौन सा है!

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